1 लीटर फ्यूल में कितनी चलती है आपकी गाड़ी? ऐसे निकालें Real world Mileage Test
गाड़ी का माइलेज टेस्ट करने के लिए सबसे पहले उसका टैंक फुल कराएं। टैंक फुल कराते समय ध्यान रखें कि फ्यूल पूरा ब्रिम तक आ गया है। फिर टैंक फुल करान से पहले कम से कम 250-300 किमी ड्राइव करने पर आपको बेहतर रिजल्ट मिलेंगे। माइलेज निकालने का फॉर्म्युला सिंपल है- Kms driven/ Fuel consumed. आइए पूरी प्रोसेस जान लेते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। 'कितना देती है?', कार खरीदते समय ग्राहक का सबसे पहला सवाल यही होता है। ऑटोमेकर भी कस्टमर के इस सवाल को समझते हुए गाड़ियों की फ्यूल एफिशियंशी के आंकड़े ARAI से सर्टिफाई कराते हैं। हालांकि, कई लोग इससे संतुष्ट नहीं हैं। आइए, खुद से गाड़ी का रियल माइलेज निकालने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस जान लेते हैं।
टैंक फुल कराएं
गाड़ी का माइलेज टेस्ट करने के लिए सबसे पहले उसका टैंक फुल कराएं। टैंक फुल कराते समय ध्यान रखें कि फ्यूल पूरा ब्रिम तक आ गया है, क्योंकि ऑटो कट सिस्टम अलग-अलग नोजल के हिसाब से बदल जाता है। टैंक में गए टोटल फ्यूल का ध्यान रखें और अगली स्टेप की ओर बढ़ जाएं।
ट्रिप रीसेट करें
टैंक फुल होने के बाद आपको गाड़ी के अंदर आना है। फ्यूल टैंक ब्रिम तक भर जाने के बाद गाड़ी के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर ट्रिप मीटर को जीरो पर रीसेट कर दें।यह भी पढ़ें- सात सीटों वाली चार एसयूवी जल्द होंगी डीजल इंजन के साथ लॉन्च, जानें कौन कौन सी कंपनियां कर रही हैं तैयारी
गाड़ी चलाएं
फ्यूल टैंक को पूरी तरह भरने और ट्रिप मीटर को रीसेट करने के बाद गाड़ी चलाना शुरू करें। रिफ्यूलिंग से पहले कम से कम 250-300 किमी ड्राइव करने पर आपको बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।स्पीड लिमिट और सड़क का ध्यान रखें
अपनी 250-300 किमी तक की ड्राइव में गाड़ी को रह कंडीशन में चलाने की कोशिश करें। इसके साथ स्पीड लिमिट भी फोलो करना जरूरी है।