Car Insurance: गाड़ी का बीमा कराते समय जरूर करें ये जांच, बिना बताए लाखों का नुकसान करा देती है कंपनियां!
सबसे पहले आपको देश की अच्छी और पॉपुलर बीमा कंपनियों की तलाश करनी की जरूरत है। उनके द्वारा किए जाने वाले क्लेम सेटलमेंट रेशियो कस्टमर रिव्यू फाइनेंशियल स्टेबिलिटी और कस्टमर सपोर्ट सर्विस के बारे में जानने की आवश्यकता है। इसके बाद आप नीचे दिए गए प्वाइंट्स को ध्यान में रखकर अपनी कार के लिए एक इंश्योरेंस पॉलिसी चुन सकते हैं।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Fri, 07 Jul 2023 07:36 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। कार खरीदते समय उसका इंश्योरेंस कराना बहुत ही जरूरी है। ऐसा आपके वाहन के लिए भी जरूरी है और सरकार ने भी इसको लेकर नियम निर्धारित किए हैं। भारत में मोटर वाहन अधिनियम सार्वजनिक स्थान पर चलने वाले प्रत्येक वाहन को बीमा कवर देना अनिवार्य करता है। अपने इस लेख में हम आपको कुछ जरूरी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हे कार का बीमा कराते समय हमेशा ध्यान रखने की जरूरत है। आइए इनके बारे में जान लेते हैं।
इंश्योरेंस प्रोवाइडर चेक करें
सबसे पहले आपको देश की अच्छी और पॉपुलर बीमा कंपनियों की तलाश करनी की जरूरत है। उनके द्वारा किए जाने वाले क्लेम सेटलमेंट रेशियो, कस्टमर रिव्यू, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी और कस्टमर सपोर्ट सर्विस के बारे में जानने की आवश्यकता है। इन पैरामीटर पर खरी उतरने वाली बीमा कंपनियों को शॉर्टलिस्ट करें और फिर कोई बेहतर विकल्प चुनें।पॉलिसी और कवरेज देखें
इस दौरान कार के लिए मिलने वाले कवरेज को लेकर विभिन्न बीमा प्रदाताओं से कोटेशन प्राप्त करें। प्रीमियम, कटौतीयोग्य, समावेशन, बहिष्करण, ऐड-ऑन और पॉलिसी शर्तों का भी तुलना करें। नो क्लेम बोनस (एनसीबी) सुरक्षा, व्यक्तिगत दुर्घटना कवर, रोड साइड असिस्टेंस ओर एक्सेसरी के लिए कवरेज जैसे कारकों पर भी ध्यान दें। इस समय किसी भी तरह की लापरवाही या जल्दबाजी भविष्य में आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकती है।
आईडीवी की जांच करें
आईडीवी कुल हानि या चोरी के मामले में बीमाकर्ता द्वारा दी जाने वाली अधिकतम बीमा राशि होती है। सुनिश्चित करें कि बीमा कंपनी द्वारा प्रदान की गई आईडीवी उचित है और आपकी कार के बाजार मूल्य के अनुरूप है या फिर नहीं। कई बार ऐसा होता है कि बीमा कंपनियां इस टॉपिक पर या तो बात ही नहीं करती हैं या फिर आप इसे पूछना भूल जाते हैं, जो भविष्य में परेशानी का सबब बन सकता है।