इस दिवाली बेचने जा रहे पुरानी गाड़ी, कैसे पता करें सही कीमत
धनतेरस-दिवाली के समय पर बहुत से लोग अपनी पुरानी कार बेचकर नई कार खरीदते हैं। पुरानी कार बेचने से पहले लोगों के सामने सबसे बड़ा सवाल होता है कि उनकी गाड़ी की सही कीमत क्या है? हम यहां पर आपकी इस समस्या का निदान बता रहे हैं। हमारे जरिए बताए गए टिप्स को फॉलो करके आप अपनी पुरानी कार की सही कीमत पता लगा सकते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में बहुत से लोग धनतेरस और दिवाली के मौके पर नई कार खरीदते हैं। जिसमें से बहुत से लोग नई कार अपनी पुरानी गाड़ी बेचकर लेते हैं। जब लोग पुरानी कार बेचने के बारे में सोचते हैं तो उनके सामने सबसे बड़ा सवाल आता है कि उनकी पुरानी कार की सही कीमत क्या होनी चाहिए? पुरानी कार बेचने से पहले उसकी सही कीमत का पता लगाता बेहद जरूरी होता है ताकि आपको न तो धाटा हो और न ही आप गलत कीमत पर अपनी गाड़ी को बेचें। हम यहां पर आपको कुछ टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी पुरानी कार की सही कीमत के बारे में पता लगा सकते हैं।
1. मार्केट रिसर्च करें
पुरानी गाड़ियों की कीमत कई चीजों पर निर्भर करती हैं, जैसे- कार का मॉडल, ब्रांड, गाड़ी का कंडीशन, और उसे कितने साल तक इस्तेमाल किया गया है। अगर आप घर बैठे अपनी पुरानी कार की कीमत घर बैठे जानना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे OLX, CarDekho, Droom, और Cars24 पर अपनी गाड़ी के मॉडल और वेरिएंट की कीमत को चेक कर सकते हैं। इसके अलावा ऑफलाइन रूप से जानने के लिए आपको कार मार्केट के चक्कर काटने पड़ेंगे।
2. कार के कंडीशन का आकलन करें
पुरानी कार की कीमत उसके कंडीशन पर निर्भर करता है। अगर आपने अपनी कार को अच्छे से मेंटेन करके रखा है। उसमें कोई मेजर रिपेयर की जरूरत नहीं है और पेंट, टायर्स, बैटरी समेत सभी चीजें सही हैं तो आप उसे अच्छी कीमत पर बेच सकते हैं। वहीं, आपकी गाड़ी में किसी तरह के मेजर रिपेयर की जरूरत है तो उसकी कीमत अपने आप कम हो जाएगी।3. गाड़ी की माइलेज और उम्र
पुरानी गाड़ी की कीमत उसकी उम्र और माइलेज पर भी निर्भर करती है। आमतौर पर 5 साल तक की गाड़ियां जो 50,000 से 70,000 किलोमीटर तक चली हो, इसकी कीमत बेहतर मिलती है। साथ ही जिनका माइलेज 20 किमी प्रति किमी तक हो उनकी भी अच्छी कीमत मिलती है, लेकिन गाड़ी की जितनी ज्यादा उम्र होगी उसकी कीमत कम होती जाती है।
4. गाड़ी का ब्रांड और मॉडल
कुछ वाहन निर्माता कंपनियां है जिनकी सेकंड-हैंड मार्केट में रीसेल वैल्यू मिलती है। जैसे, मारुति सुजुकी, टोयोटा, और होंडा जैसी कंपनियों की गाड़ियां लंबी लाइफ और मेंटेनेंस की आसानी के कारण ज्यादा कीमत पर बिकती हैं। इतना ही नहीं, पेट्रोल कारों की तुलना में डीजल कारों की रीसेल वैल्यू भी अलग होती है।5. नेगोशिएशन की गुंजाइश
जब आपसे कोई आपकी पुरानी कार खरीदने के लिए आता हैं तो वह आपसे अक्सर कीमत घटाने की कोशिश करेंगे। इसलिए आप थोड़ी-बहुत नेगोशिएशन की गुंजाइश छोड़ें। यह आप अपनी कार की कीमत को पहले से ही थोड़ी ऊंची रख करके कर सकते हैं, ताकि नेगोशिएशन के बाद भी आपको पुरानी कार की सही कीमत मिल सकें।
पुरानी कार की सही कीमत का कैलकुलेशन करना थोड़ा रिसर्च और उसकी सही स्थिति के ऊपर निर्भर करता है। हमारे जरिए ऊपर बताए गए टिप्स को फॉलो करके आप अपनी गाड़ी की सही कीमत के बारे में लगा सकते हैं और एक बेहतर डील पा सकते हैं।यह भी पढ़ें- दिवाली में बदलना चाहते हैं पुरानी कार, रीसेल वैल्यू बढ़ाने के लिए गाड़ी में करें 5 काम