मानसून सीजन खत्म होते ही गाड़ी में तुरंत करें ये जरूरी काम, नहीं तो हो सकती है बड़ी दिक्कत
भारत में अधिकांश कारें कीचड़ भरी सड़कों और भारी वर्षा का सामना करती हैं। इसके परिणामस्वरूप वाहनों का बाहरी हिस्सा गंदगी और दूषित पदार्थों से ढक जाता है। ऐसे में कार के पेंक के साथ-साथ मेटल पार्ट्स खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं मानसून खत्म होने के बाद आपको सबसे बड़ी चिंता जंग लगने की हो सकती है।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Thu, 03 Aug 2023 07:50 AM (IST)
नई दिल्ली,ऑटो डेस्क। देश में जैसे-जैसे मानसून का मौसम अपने अंत के करीब पहुंच रहा है, कारों को भी देखभाल करनी की आवश्यकता बढ़ गई है। मॉनसून में कारो को अत्यधिक नमी, हाई ह्यूमिडिटी, सड़क पर गड्ढे, जलभराव, कीचड़ और गंदगी आदि से जूझना पड़ता है।
ऐसे में मानसून खत्म होने के बाद हमेशा कार की कुछ अतिरिक्त देखभाल करने की सलाह दी जाती है। मामसून खत्म होने के बाद कार को सुरक्षित रूप से चलाने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखने की जरूरत है। आइए, इनके बारे में जान लेते हैं।
अच्छी तरह से साफ करें एक्सटीरियर
भारत में अधिकांश कारें कीचड़ भरी सड़कों और भारी वर्षा का सामना करती हैं। इसके परिणामस्वरूप वाहनों का बाहरी हिस्सा गंदगी और दूषित पदार्थों से ढक जाता है। कार को इन सब से मुक्त करने के लिए पूरी तरह से सफाई जरूरी है। गंदगी को धीरे से हटाने के लिए पीएच-बैलेंस्ड कार शैम्पू का उपयोग करें। कीचड़ और मलबा आमतौर पर कार के व्हील वेल पर जमा हो जाता है। इसलिए उन्हें ठीक से साफ करना सुनिश्चित करें।
कार में आने वाली जंग चेक करें
मानसून खत्म होने के बाद आपको सबसे बड़ी चिंता जंग लगने की हो सकती है। पानी और हवा कार के मेटल पार्ट्स पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं और इसके परिणामस्वरूप जंग लग जाती है, जो इलाज न किए जाने पर कार के प्रमुख मेटल पार्ट्स को आसानी से खा सकता है। मानसून के दौरान हवा में अत्यधिक नमी के कारण जंग और संक्षारण होता है। मानसून समाप्त होने के बाद, हमेशा सभी एलीमेंट पैनलों में जंग लगने की जाँच करें।सभी टायर चेक करें
टायर निरीक्षण नियमित रखरखाव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। गर्मी या सर्दी की तरह, मानसून का मौसम भी आपकी कार के टायरों के लिए कठिन हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप घिसाव और टूट-फूट हो सकती है। सड़कों पर गड्ढे, गंदा पानी, कीचड़ और गंदगी कार के टायरों के रबर पर बुरा प्रभाव डालती है। मानसून के बाद टायरों का सावधानीपूर्वक निरीक्षण करें और टायरों पर असमान घिसाव के किसी भी निशान की भी जांच करें। यदि आवश्यक हो, तो टायर को बदल दें।