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FASTag अपने आप हो जाएगा रिचार्ज, नियमों में हुआ बड़ा बदलाव; टोल प्लाजा पर रुकने की नहीं रहेगी झंझट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ई-मैंडेट (E-Mandate) को अपडेट किया है। इसके तहत फास्टैग (FASTag) और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) में ऑटोमेटिक तरीके से पैसे जमा हो जाएंगे। इस सुविधा के को एक्टिव करने के लिए ग्राहक को बैंक या फास्टैग सेवा प्रोवाइडर से संपर्क करना होगा। ये एक्टिव होने के बाद फास्टैग बैंक अकाउंट से अपने आप रिचार्ज हो जाएगा।

By Mrityunjay Chaudhary Edited By: Mrityunjay Chaudhary Updated: Sat, 24 Aug 2024 05:51 PM (IST)
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अब अपने आप रिचार्ज होगा फास्टैग कार्ड।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने फास्टैग से जुड़े नियमों एक बड़ा बदलाव किया है। RBI ने अपने ई-मैंडेट फ्रेमवर्क को अपडेट किया है। जिसके तहत फास्टैग और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) में ऑटोमेटिक तरीके से पैसे जमा होने की सुविधा को मंजूरी दे दी है। जिसकी वजह से अब आपको अपने फास्टैग को बार-बार रिचार्ज नहीं करना पड़ेगा। आइए जानते हैं कि इससे लोगों को फायदा क्या मिलेगा और इस सुविधा का लाभ किस तरह से उठा सकते हैं।

लोगों को इसका क्या मिलेगा फायदा?

इस सुविधा के शुरू होते ही लोगों को फास्टैग या NCMC में पैसे खत्म होने पर रिचार्ज करने में लगने वाले समय बचेगा। इसके साथ ही लोगों को रिचार्ज खत्म होने की चिंता भी दूर हो जाएगी। रिचार्ज करने के प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटिक हो जाएगी, जो आपको पहले ऐप पर जाकर फिर फास्टैग में पैसे ऐड करने पड़ते थे।

FasTag New Rule

किस तरह के काम करेगा यह फीचर?

RBI की तरफ से ई-मैंडेट फ्रेमवर्क को अपडेट करने के बाद लोगों के लिए फास्टैग से संबंधित चीजों को लेकर काफी सहुलियत हो जाएगी। इसे लोग अपने बैंक या फास्टैग सेवा प्रोवाइडर से संपर्क करके एक्टिव करवा सकते हैं। इतना ही यूजर अपनी सुविधा के मुताबिक फास्टैग में रिचार्ज अमाउंट और टाइम पीरियड को तय कर सकते हैं। वहीं, जब आपके कार्ड में पैसे कम हो जाएंगे तो उसे आपका बैंक अकाउंट अपने आप ही रिचार्ज कर देगा।

FasTag New Rule

क्या बैंक अकाउंट से पैसे कटने की मिलेगी जानकारी?

RBI के मुताबिक, ई-मैंडेट फ्रेमवर्क के तहत अगर आपके बैंक अकाउंट से पैसे कटकर फास्टैग कार्ड में जमा होता है, तो इसकी जानकारी यूजर को कम से कम 24 घंटे पहले नोटिफिकेशन आएगा।

क्या है ई-मैंडेट?

ई-मैंडेट, बैंकिंग में एक डिजिटल पेमेंट सर्विस है। इसके जरिए ग्राहक अपने बैंक को यह परमिशन देता है कि वह किसी दूसरे बैंक खाते या किसी पेमेंट को एक तय रकम को तय समय पर अपने आप डेबिट कर सकें। इसे और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कंपनियों के लिए पेमेंट प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए शुरू किया था। इसके जरिए कागज़ी कार्रवाई की ज़रूरत खत्म हो जाती है, जिससे प्रक्रिया तेज और कुशल हो जाती है।

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क्या होता है फास्टैग?

फास्टैग (FASTag) एक कैशलेस टोल पेमेंट सिस्टम है। इसके लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल किया जाता है। इसे गाड़ी के विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर, इस चिप वाले स्टिकर को स्कैन करते हैं और टोल अमाउंट, फास्टैग से जुड़े प्रीपेड खाते से सीधे कट जाती है। इसके साथ ही टोल प्लाजा पर गाड़ी के रोके बिना ही टोल का पेमेंट हो जाता है।