Traction Control: गीली सड़कों पर गाड़ी को फिसलने से बचाता है यह सेफ्टी फीचर, जानें क्या है ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम
Traction Control आपकी गाड़ी में दिया गया वह सुरक्षा फीचर है जो टायरों और सड़क के बीच की फिसलन को कम करता है और दुर्घटना की स्थिति आने पर आपके कार के व्हील्स का कंट्रोल खोने से बचाता है।
By Sonali SinghEdited By: Updated: Sat, 04 Jun 2022 09:40 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश में मानसून का सीजन शुरू हो चुका है और अब तक कई राज्यों में दस्तक दे चुका है। मानसून के सीजन में लगातार बारिश से सड़कों पर पानी का जमाव और फिसलन आम बात है और यह गाड़ियों पर भी लागू होती है। ऐसे में ज्यादातर लोगों की सलाह होती है की बारिश शुरू होने से पहले ही गाड़ियों के टायर को बदल लेना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी गाड़ी में दिया गया ट्रैक्शन कंट्रोल (Traction Control) इस मुश्किल को आसानी से हल कर सकता है। तो चलिए जानते हैं कि ट्रैक्शन कंट्रोल क्या होता है और बारिश के दौरान फिसलन को कैसे कम करता है।
ट्रैक्शन कंट्रोल फीचर्सट्रैक्शन कंट्रोल आपकी गाड़ी में दिया गया वह सुरक्षा फीचर है जो टायरों और सड़क के बीच की फिसलन को कम करता है और दुर्घटना की स्थिति में आपके कार के व्हील्स का कंट्रोल खोने से बचाता है, जिससे गाड़ी अनियंत्रित न हो सके और इस तरह आप भयंकर टक्कर से बच जाते हैं। ऐसा इस लिए होता है क्योंकि जब सड़कें गीली होती हैं तो कार के टायर्स स्लिप होने लगते हैं और ज्यादा तेजी के साथ घूमने लगते हैं। ऐसे में यह फीचर्स टायरों कंट्रोल को बनाए रखने में मदद करता है।
ट्रैक्शन कंट्रोल के फायदें
ट्रैक्शन कंट्रोल व्हील सेंसर का इस्तेमाल करके टायरों में घर्षण जनरेट करता है। जब फिसलन की वजह से गाड़ी का कोई पहिया अन्य पहियों की तुलना में काफी अधिक घूमने लगता है, तब टायरों के पास लगे सेंसर इसका पता लगाते हैं। जिसके बाद कार की इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण प्रणाली एक्शन में आती है और काम करना शुरू कर देती है। इसके शुरू होते ही कार का ऑन-बोर्ड कंप्यूटर इंजन की पावर को थोड़ा कम कर देता है और टायरों को रोकने के लिए कार्रवाई करता है।
अगर इस समय ट्रैक्शन कंट्रोल ऑन रहेगा तो यह इंजन की पावर पर असर डालेगा और हो सकता है कि आपकी कार का इंजन सीज होज जाए।मिलता है चेतावनी संकेत
ट्रैक्शन कंट्रोल सिर्फ सड़कों पर फिसलन के प्रभाव को ही कम नहीं करता है, बल्कि आगे आने वाले खतरे का भी संकेत देता है। इसके लिए यह डैशबोर्ड पर वार्निंग सिग्नल लाइट दिखाता है।हालांकि, अगर आप इस लाइट को अक्सर जलते हुए देखते हैं, तो मतलब यह हो सकता है कि आपको टायर को बदलने की जरूरत है। खास बात है कि यह ना सिर्फ बारिश या बर्फ के फिसलन के बारे में संकेत देता है, बल्कि सड़क पर तेल या ढीली सतह के कारण आई फिसलन के कारण भी वार्निंग सिग्नल देता है। इसके अलावा, अगर इस समय ट्रैक्शन कंट्रोल ऑन रहेगा तो यह इंजन की पावर पर असर डालेगा और हो सकता है कि आपकी कार का इंजन सीज हो जाए।