Tyre care tips : इन 4 आसान तरीकों को अपना कर अपनी कार के टायरों को दें लंबी आयु
चाहे स्लिपर टरमैक हो या कच्ची सड़क हर जगह साथ निभाता है आपके गाड़ी का टायर इसलिए प्रत्येक वाहन मालिकों का कर्तव्य बनता है गाड़ी के टायर का देखभाल करना। टायर सही होता है तो गाड़ी माइलेज भी अच्छा देती है।
By Atul YadavEdited By: Updated: Mon, 28 Feb 2022 07:09 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। टायर का महत्वपूर्ण हिस्सा टायर होता है। जिसकी रोजाना देखभाल की जिम्मेदारी वाहन मालिक की होती है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं 4 साधारण टिप्स जिसकी मदद से आप अपनी गाड़ी के टायर का ध्यान आसानी से रख सकते हैं।
1. टायर प्रेशर टायर प्रेशर को समय दर समय चेक करवाते रहना चाहिए, गाड़ी की टायरों में कम हवा होने के चलते इसका सीधा असर टायर, इंजन और माइलेज पर पड़ता है। इसलिए कम से कम 10-15 दिन में एक बार टायर प्रेशर जरूर चेक करवाएं। टायर प्रेशर अधिक होने पर भी ब्रेक फेल होने या टायर फटने की अधिक संभावनाएं हो जाती हैं, इसलिए जब भी अपनी कार को लेकर बाहर निकले एक नजर चारो पहिए पर जरूर घुमाएं।
2. नियमित निरीक्षण और सफाई टायरों के नियमित निरीक्षण से आपको अंदाजा रहेगा कि आपके टायर कितने स्वस्थ हैं। अगर ड्राइव के दौरान टायर में कोई कील या कांच चुभ जाता है तो, नियमित जांच में उसका पता लग जाता है और समय रहते वाहन मालिक उसे ठीक करवा लेते हैं। इससे दुर्घटना से तो बचते ही हैं साथ ही अधिक खर्च से बच जाते हैं।
3. अपसाइज़िंग से बचें
भारत में बहुत से लोग अपनी गाड़ी को और डैसिंग बनाने के लिए अलग से मॉडिफाई टायर लगवा लेते हैं, उदाहरण के तौर पर साइज से बड़े टायर को लगवाना। इससे गाड़ी को काफी नुकसान होता है। जैसे कि कम माइलेज देना, स्टीरिंग पर जोर पड़ना, इंजन पर दबाव पड़ना आदि। इसलिए अपसाइजिंग से बचना चाहिए।4. टायर सीलेंट अगर आपकी कारों के टायर अक्सर पंक्चर हो जाते हैं, तो आपको टायर सीलेंट का इस्तेमाल करना चाहिए। टायर सीलेंट तुरंत पंचर को ठीक करता है और वायु दाब के नुकसान को रोकता है। यदि आप लंबी यात्राएं करते हैं और पोर्टेबल टायर इनफ्लोटर नहीं ले जाना चाहते हैं तो टायर सीलेंट का उपयोग करना एक समझादारी का काम हो सकता है। इससे आपकी ट्रिप बेकार नहीं जाएगी।