Usage Based Insurance: जितनी चलाएं कार उतना ही भरें बीमा प्रीमियम, अच्छी ड्राइविंग पर मिलेगी एक्स्ट्रा छूट
यह काफी तार्किक है यदि आपकी कार कम जोखिम कम है तो इसका प्रीमियम भी कम होना चाहिए। इसके लिए भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने अब बीमा कंपनियों को उपयोग-आधारित बीमा (UBI) कवर पेश करने की अनुमति दी है। (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जब हम कोई कार खरीदते हैं, तो इसका बीमा करवाना बहुत ही जरूरी होता है। बीमा कंपनियां कार इंश्योरेंस के नाम पर वाहन मालिकों से मोटा पैसे भी लेती हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि जब कार को रोड पर चलती है, तो ऐसे में बीमा के लिए दिए जाने पैसे को कम भी कराया जा सकता है।
मान लीजिए आप किसी व्यावसायिक यात्रा पर गए हों, आपके पास कोई दूसरा वाहन हो जिसका आपने अधिक उपयोग किया हो या आप देश से बाहर थे। ऐसे में आपकी कार ने सड़क की अपेक्षा पार्किंग में अधिक समय बिताया। हालांकि, आपकी बीमा कंपनी ने इंश्योरेंस प्रीमियम तो पूरा ही ले लिया। ये पूरी तरह से अनुचित लगता है, है ना? आइए अपने इस लेख में इसी गुत्थी को सुलझाते हैं।
जोखिम कम होने पर ऐसे घटेगा प्रीमियम
यह काफी तार्किक है, यदि आपकी कार कम जोखिम कम है तो इसका प्रीमियम भी कम होना चाहिए। इसके लिए भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने अब बीमा कंपनियों को उपयोग-आधारित बीमा (UBI) कवर पेश करने की अनुमति दी है। इसकी मदद से आप कार के इंश्योरेंस पर खर्च होने वाले पैसे को बचा सकेंगे। आइए, उपयोग-आधारित बीमा (UBI) के बारे में जान लेते हैं।
उपयोग आधारित बीमा (UBI) क्या है?
उपयोग-आधारित बीमा (यूबीआई), बीमा प्रीमियम की गणना करने का एक नया तरीका है। इसके दो प्रमुख पहलू हैं - पे एज यू ड्राइव (PAYD) और पे हाउ यू ड्राइव (PHYD)। इस नियम को हाल ही में भारत के अंदर लागू किया गया है, जबकि ये अवधारणा पश्चिमी देशों में लगभग एक दशक पुरानी है। कुल मिलाकर UBI का तीन रूपों में लाभ उठाया जा सकता है - PAYD, PHYD या Pay As You Go (PAYG)। आइए इत तीनों चीजों के बारे में जान लेते हैं।
Pay As You Drive (PAYD): जैसा कि इसके नाम से पता चलता है। यदि कोई PAYD प्रीमियम का विकल्प चुनता है, तो उसे बीमा प्रीमियम का भुगतान उनके द्वारा चलाए गए किलोमीटर या वाहन की अवधि के आधार पर की जाएगी।
Pay How You Drive (PHYD): इसके लिए बीमाकर्ता आपके उपयोग के पैटर्न, ड्राइविंग की आदतों, इंजन के स्वास्थ्य, वाहन की गति और कुछ अन्य डेटा बिंदुओं को निर्धारित करने के लिए टेलीमैटिक्स और GPS का उपयोग करेंगे। उपरोक्त मापदंडों के आधार पर प्रत्येक चालक को अंक दिए जाते हैं और उन अंक हिसाब से बीमा प्रीमियम निर्धारित होता है।
Pay As You Go (PAYG): इस प्रीमियम प्लान विकल्प से आपको दोहरा लाभ मिल सकता है। जिसने अपने वाहन का उपयोग बहुत कम किया हो और सभी नियमों का पालन करता हो, उसे PAYG योजना को अपनाना चाहिए।