ओल्ड इज गोल्ड या किंग ऑफ रोड, कहां गई 'लाल बत्ती' वाली वो कार
इस कार को लोग लाल बत्ती किंग ऑफ रोड्स और न जानें किन किन नाम से इस कार को पुकारा जाता है। उस समय इस कार को पावरफुल मतलब मंत्री नेता या फिर गिने चुने रईस इस्तेमाल करते थे। ये कार हिंदुस्तान मोटर्स की एंबेसडर थी। (जागरण फोटो)
By Ayushi ChaturvediEdited By: Ayushi ChaturvediUpdated: Thu, 09 Feb 2023 08:02 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। आज हम यादों के कारवां से आपके लिए वो सफेद रंग की लाल बत्ती लगी कार के बारे में कुछ दिलचस्प जानकारी लेकर आए हैं। ये वो कार थी, जिसने भारतीय कार बाजार में आते ही हलचल मचा दी थी। इसने सरकारी कारों के लिए अपनी विशेष पहचान बना ली थी। जी हां... इतने से तो आप समझ ही गए होंगे की हम किसकी बात कर रहे हैं। बात हो रही है दिलों में एक समय राज करने वाली Ambassador कार की कर रहे हैं।
लाल बत्ती... किंग ऑफ रोड
इस कार को लोग 'लाल बत्ती', 'किंग ऑफ रोड' और न जानें किन-किन नामों से पुकारा जाता है। उस समय इस कार को पावरफुल लोग मतलब मंत्री, नेता या फिर गिने-चुने रईस इस्तेमाल करते थे। ये कार हिंदुस्तान मोटर्स की एंबेसडर थी। आजादी के पहले 1942 में बीएम बिड़ला ने हिंदुस्तान मोटर्स की स्थापना की थी। फिर 1954 में हिंदुस्तान मोटर्स और इंग्लैंड की मॉरिस मोटर्स (जिसे आज एमजी के नाम से जाना जाता है) के बीच कार मैन्युफैक्चरिंग को लेकर पार्टनरशिप हुई। लेकिन ये तालमेल अधिक दिन तक चला नहीं । देश के आजाद होने के बाद हिंदुस्तान मोटर्स कंपनी ने इस कार को पूरी तरह से स्वदेशी रखने का फैसला लिया था। 1958 में हिंदुस्तान मोटर्स ने एंबेसडर की पहली गाड़ी लैंडमास्टर को लॉन्च किया।