25 साल से बरकरार है Tata Safari का जलवा, यूं ही नहीं कही जाती भारत की असली SUV
सफारी पहली मेड-इन-इंडिया 4डब्ल्यूडी एसयूवी थी और 1998 में इसके लॉन्च के तुरंत बाद अपने बोल्ड लुक ऑफ-रोड क्षमताओं और आरामदायक सवारी के कारण लोगों की काफी करीब आ गई। आइये जानते हैं कितने सालों से सफारी का है राज। (पिक्चर क्रेडिट- ड्रूम)
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Tue, 07 Mar 2023 07:00 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। टाटा सफारी नाम ही अपने आप में काफी कुछ है। टाटा सफारी को आप भारत की ऑरिजिनल एसयूवी भी कम सकते हैं। इस गाड़ी को बहुत ज्यादा प्यार दिया है। टाटा सफारी से कई जेनरेशन के लोग जुड़े हैं। कार लवर्स इस गाड़ी को 20 साल से अधिक समय तक प्यार कर रहे हैं। सफारी ने न केवल खुद नाम कमाया, बल्कि अपने ब्रांड की वैल्यू को भी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इसके अलावा, एक समय तक टाटा सियारा, टाटा सूमो ने लोकप्रिता हासिल की थी।
सफारी पहली मेड-इन-इंडिया 4डब्ल्यूडी एसयूवी थी और 1998 में इसके लॉन्च के तुरंत बाद, अपने बोल्ड लुक, ऑफ-रोड क्षमताओं और आरामदायक सवारी के कारण लोगों के काफी करीब आ गई।
Safari in its first generation (1998-2005)
सफारी ने 1998 के ऑटो एक्सपो में अपनी शुरुआत की, जहां इसने अपने मर्दाना लुक, एक विशाल केबिन और ऑफ-रोड क्षमताओं के साथ दिल जीत लिया। पहली पीढ़ी की सफारी सिंगल पावरट्रेन विकल्प के साथ उपलब्ध थी, जो 2.0-लीटर टर्बो डीजल इंजन था।
1998 से 2003 तक जब बिक्री संख्या की बात आई तो सफारी ने अच्छा प्रदर्शन किया और अंततः टाटा ने 2.1-लीटर पेट्रोल इंजन संस्करण पेश करने का साहसिक कदम उठाया।