Golden Era Of Cars: इंडियन आर्मी की शान और लोगों की पसंद थी ये कार, 34 साल बाद इन वजहों से करना पड़ा बंद
Maruti Suzuki Gypsy को पहली बार 1985 में पेश किया गया था और देश में इसका सफर साल 2019 में थम गया। कंपनी इसे दो वेरिएंट में बेचती थी जिसमें हार्ड टॉप और सॉफ्ट टॉप शामिल है। इसके सभी चुनिंदा मॉडल 4WD ऑप्शन के साथ आते थे। (फाइल फोटो)।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Mon, 24 Apr 2023 04:39 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। 1985 में पहली बार भारत में लॉन्च हुई Maruti Suzuki Gypsy अपने आप में एक इतिहास बन चुकी है। कंपनी की ये 4WD कार देश की आम लोगों के साथ-साथ भारतीय सशस्त्र बलों और पुलिस और कानून प्रवर्तन के बीच काफी पसंद थी। इसे Maruti Suzuki के गुड़गांव स्थित प्लांट में बनाया जाता था।
Maruti Suzuki Gypsy को पहली बार 1985 में पेश किया गया था और देश में इसका सफर साल 2019 में थम गया। कंपनी ने साल 2018 तक Gypsy के लिए बुकिंग ली थीं और इसे 2019 के बाद डिलीवर करना बंद कर दिया था। कैसा रहा Maruti Suzuki Gypsy का भारत में 34 साल का सफर आइए इस छोटे से लेख में संक्षिप्त रूप से जान लेते हैं।
Maruti Suzuki Gypsy का भारत में इतिहास
पहली बार 1985 में पेश की गई Maruti Suzuki Gypsy को 2019 यानी लगभग 34 साल तक भारत में बेचा गया। कंपनी इसे दो वेरिएंट में बेचती थी जिसमें हार्ड टॉप और सॉफ्ट टॉप शामिल है। इसके सभी चुनिंदा मॉडल 4WD ऑप्शन के साथ आते थे।
साल 2018 में कंपनी को कड़े उत्सर्जन नियम और सुरक्षा मानको के चलते बंद करना पड़ा था। भारतीय सेना,पुलिस और कानून प्रवर्तन द्वारा इस कार को अभी भी उपयोग में लिया जा रहा है। हाल ही में इंडियन आर्मी सेल, आईआईटी दिल्ली और टैडपोल ईवी नाम के एक स्टार्ट-अप ने मिलकर संयुक्त रूप से पुरानी मिलिट्री जिप्सियों को इलेक्ट्रिक वाहन में भी बदला है।