कन्फ्यूजन को करें दूर! जानें एयर कूल्ड से लेकर लिक्विड कूल्ड इंजन की खासियत
तीन प्रकार के इंजन में एयर कूल्ड इंजन सबसे हल्का होता है क्योंकि इसमें रेडिएटर जैसे कई भाग नहीं होते है। दुनिया भर में कारों और ट्रकों मोटरसाइकिलों एटीवी और सभी मोटर में लगभग द्वारा लिक्विड-कूल्ड इंजन का उपयोग किया जाता है।
By Ayushi ChaturvediEdited By: Updated: Sat, 20 Aug 2022 03:34 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। गाड़ी लेने का शौक सभी को होता है, लेकिन उसके बारे में पूरी जानकारी कम ही लोगों को होती है। जब भी हम नई कार खरीदने जाते हैं तो उस दौरान हमें गाड़ी के इंजन के स्पेसिफिकेशन के बारें में बताया जाता है। हालांकि, सही जानकारी न हो पाने के कारण हम कुछ महत्वपूर्ण चीजों को इग्नोर कर देते हैं। इसलिए इस खबर के माध्यम से आज हम आपको इंजन के प्रकारों के बारे में बताने जा रहे है। चलिए एक -एक कर समझते है, इन इंजन के प्रकार के बारें में।
Air-cooled engine (एयर कूल्ड इंजन)
एयर कूल्ड इंजन के नाम से ही पता चलता है की कैसे एयर-कूल्ड इंजन मोटर को ठंडा करने में हवा का इस्तेमाल करता है। इस इंजन में पंख होता है जो इंजन के चारों ओर हवा को फैलाने में मदद करता है जिससे गर्मी फैलाने में मदद मिलती है। तीन प्रकार के इंजन में एयर कूल्ड इंजन सबसे हल्का होता है, क्योंकि इसमें रेडिएटर जैसे कई भाग नहीं होते है, और ये तीन में सबसे अधिक लागत वाला इंजन होता है। भारत में बिकने वाले अधिकतर मोटरसाइकिलों में एयर कूल्ड इंजन का उपयोग होता है।
Oil-cooled engine (ऑयल-कूल्ड इंजन)
ऑयल-कूल्ड इंजन एयर कूल्ड इंजन के समान ही है, क्योंकि ये चैनल एयर के लिए कूलिंग फिन्स को बरकरार रखता है। हालांकि इसमें बाहर की ओर माउंटेड एक छोटा ऑयल-कूलर भी मिलता है। जो इंजन ऑयल को एयर कूलिंग पास करने में मदद करता है। इसे रेडिएटर की मदद से गर्म इंजन ऑयल दिया जाता है, जो तेल को ठंडा करने के लिए हवा का इस्तेमाल करता है फिर इसे इंजन में वापस पंप किया जाता है।