यादों के पिटारे से निकली वो कारें.... जो करती थी राज पर गुम है आज
आज हम आप लोगों के लिए यादों के पिटारे से कुछ कारों की लिस्ट लेकर आए हैं जो आते ही लोगों के दिलो पर राज करने लगी थी । मगर समय के साथ -साथ वो खोती गई चलिए आपको उन कारों के बारे में बताते हैं। (जागरण फोटो)
By Ayushi ChaturvediEdited By: Ayushi ChaturvediUpdated: Thu, 16 Mar 2023 07:00 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारतीय ऑटो उद्योग दिन पर दिन काफी तेजी से बढ़ते जा रहा है। वहीं अनुमान ये लगाया जा रहा है कि 2026 तक भारतीय ऑटो उद्योग अपने वर्तमान मूल्य से चार गुना बढ़कर 18.9 ट्रिलियन रुपये (285 बिलियन डॉलर) तक पहुच सकता है। भारत वाहन निर्माता कंपनियों के लिए एक वैश्विक केंद्र बन गया है।
भारत में आज ही नहीं पहले से ही कई धांसू और दमदार गाड़ियां मौजूद है जिनको आज भी लोग याद करते हैं जिन्होने एक समय पर राज किया था । आज तो वो गाड़ियां नहीं है पर उनकी दिवांनगी आज भी मौजूद है। यू कहें तो लोगों के दिलो पर राज कर रही है। चलिए अब आपको उन कारों के बारे में बताते हैं।
Contessa
Vauxhall Victor पर बेस्ड Contessa देश में युवाओं को सबसे अधिक पसंद आती है। सिर्फ और सिर्फ इसके लुक के कारण । इस कार में शक्तिशाली इंजन से लेकर किलर लुक और बड़ा इंटीरियर से कमांडिंग रोड प्रजेंस तक दमदार था। 1984 में लॉन्च होने पर कार की कीमत महज 83,437.50 रुपये थी।कार में 49 बीएचपी का इंजन लगा था जिसे एंबेसडर में भी लगाया गया था।Fiat Padmini
Fiat Padmini 80 के दशक में युवाओं के द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाने वाली कार थी। कार अनिवार्य रूप से फिएट 1100 थी जिसे इतालवी कार निर्माता के लाइसेंस के तहत भारत लाया गया था। उस समय तक, प्रीमियर अमेरिका के क्रिसलर कॉर्पोरेशन से लाइसेंस के तहत प्लायमाउथ कार और डॉज ट्रक बनाता था। स्थानीय प्रोडक्शन के लिए सरकार के आग्रह के बाद नाम बदलकर पद्मिनी कर दिया गया। पद्मिनी नाम चित्तौड़ की पौराणिक रानी को श्रद्धांजलि के रूप में दिया गया था। कार की कीमत 30,000 रुपये थी, जिसमें 1.1-लीटर पेट्रोल इंजन था, जो 40-बीएचपी पीक पावर जनरेट करता है। पद्मिनी ने 60 के दशक के अंत में मुंबई टैक्सी बाजार में प्रवेश किया और मुंबई की संस्कृति से जुड़ी हुई है।
Maruti 1000
भारतीय बाजार में Maruti 1000 के साथ सेडान कारों में मारुति ने प्रवेश किया था। वहीं इस कार को खरीदने के लिए लोगों को लंबे समय का इंतजार करना पड़ा था। 1994 में, ये 1.3-लीटर इंजन के साथ, कार को मारुति एस्टीम के रूप में जारी किया गया था। कम बिक्री के कारण 2000 में कार का उत्पादन औपचारिक रूप से बंद कर दिया गया था।Maruti Zen
मारुति ने 1993 में ठाठ 'ज़ेन' की शुरुआत की। इसके बाद 5 ड़ोर वाली हैचबैक ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की थी। मारुति ज़ेन में एक चार-सिलेंडर एक एल्यूमीनियम इंजन था जो 60 hp की पावर जनरेट करता था। जून 2003 में, वीएक्सआई सेगमेंट में जेन का तीन-डोर स्पोर्ट्स वेरिएंट 3.9व लाख रुपये में लॉन्च किया गया था।