हवाई जहाज के पार्ट बनाने वाली कंपनी कैसे बनी प्रीमियम कार मेकर? काफी दिलचस्प है Bugatti की सक्सेस स्टोरी
कंपनी को शुरुआती ग्रैंड प्रिक्स मोटर रेसिंग में बड़ी सफलता मिली। 1929 में निजी तौर पर प्रवेश करने वाली बुगाटी ने पहली बार मोनाको ग्रैंड प्रिक्स जीता। 1947 में एटोर बुगाटी की मृत्यु के बाद कंपनी में बहुत सारी चीजें काफी मुश्किल हो गई थीं। (फाइल फोटो)।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Fri, 02 Jun 2023 06:50 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगर आप कारों के शौकीन हैं तो आपने Bugatti का नाम तो जरूर ही सुना होगा। अपनी परफॉरमेंस और महंगी कारों को लेकर पॉपुलर ये फ्रांसीसी वाहन निर्माता कंपनी मौजूदा समय में दुनियाभर के कई देशों में है। हम अपने इस लेख में Bugatti की शुरुआत से लेकर अब तक के सफर के बारे में बताने जा रहे हैं।
कब हुई Bugatti की शुरुआत?
Bugatti की स्थापना 1909 में तत्कालीन जर्मन शहर मोल्सहेम हुई थी। इसको इटली में जन्मे औद्योगिक डिजाइनर एटोर बुगाटी द्वारा शुरू किया गया था। शुरुआती दौर से ही बुगाटी की कारों को उनकी डिजाइन सुंदरता और रेस जीत के लिए जाना जाता था। प्रसिद्ध बुगाटी ऑटोमोबाइल में टाइप 35 ग्रैंड प्रिक्स कार, टाइप 41 "रॉयल", टाइप 57 "अटलांटिक" और टाइप 55 स्पोर्ट्स कार शामिल हैं।Bugatti ने देखें हैं कई उतार-चढ़ाव
कंपनी को शुरुआती ग्रैंड प्रिक्स मोटर रेसिंग में बड़ी सफलता मिली। 1929 में निजी तौर पर प्रवेश करने वाली बुगाटी ने पहली बार मोनाको ग्रैंड प्रिक्स जीता। इसके बाद 1947 में एटोर बुगाटी की मृत्यु के बाद कंपनी में बहुत सारी चीजें काफी मुश्किल हो गई थीं, क्योंकि एटोर से पहले ही 1939 में उनके बेटे जीन बुगाटी की मृत्यु का मतलब था कि कारखाने का नेतृत्व करने के लिए कोई उत्तराधिकारी नहीं है।
उस समय लगभग 8,000 से अधिक कारों का प्रोडक्शन भी रोकने पड़ गया था। कंपनी ने वित्तीय रूप से काफी संघर्ष किया और फिर 1963 में इसे एक एयरप्लेन पार्ट बिजनेस के रूप में बदल दिया गया था।
परिवर्तन का दूसरा पड़ाव
कंपनी ने 1950 के दशक के मध्य टाइप 251 रेस कार के साथ रोलैंड बुगाटी के तहत वापसी का प्रयास किया। Gioacchino Colombo की मदद से डिजाइन की गई ये कार उस समय लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई और ऑटोमोबाइल उत्पादन में कंपनी के प्रयास रुक गए।
इसके बाद 1960 के दशक में वर्जिल एक्सनर ने अपने "रिवाइवल कार्स" प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में बुगाटी को डिजाइन किया। इस कार का एक शोकेस संस्करण घिया द्वारा अंतिम बुगाटी टाइप 101 चेसिस का उपयोग करके बनाया गया था। इसे 1965 के ट्यूरिन मोटर शो में दिखाया गया था।इस दौरान बुगाटी ने हवाई जहाज के पुर्जों का निर्माण भी जारी रखा और फिर इसे 1963 में हिस्पानो-सूजा को बेच दिया गया, जो एक पूर्व ऑटो निर्माता से विमान आपूर्तिकर्ता बना था।