लग्जरी कार के एयरबैग्स भी हो जाएंगे बेकार, अगर नहीं किया ये काम! 10 में से 9 लोग करते हैं ये गलती
कारों में दुर्घटना के समय पूरी सुरक्षा के लिए सीट बेल्ट लगाना बेहद जरूरी है। यह न सिर्फ हादसों के समय आपको गंभीर चोट से बचाता है बल्कि एयरबैग्स को भी खुलने में मदद करता है। तो जानिए भारत में सीट बेल्ट से जुड़े नियम।
By Sonali SinghEdited By: Updated: Tue, 06 Sep 2022 12:40 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की रविवार को एक कार दुर्घटना में मौत हो गई। जांच रिपोर्ट से पता चला कि कार की पिछली सीट पर यात्रा करते समय उन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहना था, जिसकी वजह से एयरबैग्स नहीं खुले और दुर्घटना का प्रभाव ज्यादा रहा। इस घटना के बाद से कार सुरक्षा और एयरबैग्स को लेकर काफी सवाल उठाएं जा रहे हैं। तो आपको बता दें कि कितनी भी लग्जरी कार क्यों न हो, एयरबैग्स बिना सीटबेल्ट के बेकार है। हालांकि, 10 में से 9 लोगों को पता ही नहीं कि पीछे बैठे लोगों को भी सीट बेल्ट लगाना जरूरी है। तो चलिए सीट बेल्ट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं।
90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता है ये जरूरी बात
इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट ऑफ हाईवे सेफ्टी (IIHS) की रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में लगभग 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता है कि यात्रा के दौरान पीछे की सीट पर बैठे लोगों को भी सीट बेल्ट लगाना जरूरी है। वहीं, लोकलसर्किल के एक सर्वे के मुताबिक, भारत में 10 में से 7 यात्री अपनी यात्रा के दौरान पिछली सीट पर कभी भी सीट बेल्ट नहीं पहनते हैं। यह सुरक्षा चूक को लेकर गंभीर बात है, वह भी उस समय जब भारत में इससे जुड़े नियम मौजूद है।
क्यों जरूरी है पीछे की सीट बेल्ट लगाना?
अगर साइरस मिस्त्री की हुई दुर्घटना पर ध्यान दें तो वें पीछे की सीट पर बैठे थें, जहां उनके साथ जहांगीर पंडोल भी बैठे थे। इन दोनों ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी। वहीं, फ्रंट सीट पर बैठे दोनों लोगों ने सीट बेल्ट लगा रखी थी, जिससे हादसे में उन दोनों लोगों की जान बच गई। वहीं, साइरस मिस्त्री और पंडोल को अपनी जान से हाथ गवानी पड़ी। इस घटना से पता चलता है कि आगे के साथ-साथ पीछे की सीट पर भी सेट बेल्ट लगाना बेहद जरूरी है।एयरबैग और सीटबेल्ट का गहरा है कनेक्शन
कार में लगी सीटबेल्ट न सिर्फ आपको दुर्घटना के समय आस-पास की चीजों से टक्कर होने से बचती है। बल्कि एयरबैग भी उन्ही लोगों के सामने खुलता है,जिन्होंने सीट बेल्ट लगाई रखी हो। एयरबैग का डिजाइन इस तरह से किया जाता है कि यह केवल बकल्ड पैसेंजेर को ही सेफ्टी दे सकता है। अगर एयरबैग्स के डिजाइन पर ध्यान दें तो इसपर SRS (Supplementary Restraining System) लिखा होता है, यानि कि यह सुरक्षा के लिए एक सप्लीमेंट्री के तौर पर आता है और पूरी सुरक्षा के लिए सीट बेल्ट लगाना भी जरूरी है।सीट बेल्ट को लेकर क्या है भारत में नियम ?
मोटर वाहन अधिनियम की धारा 138 (3) सीएमवीआर 177 एमवी एक्ट के तहत पीछे बैठे यात्रियों को भी सीट बेल्ट लगाना जरूरी है और इसे न मानने पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीट-बेल्ट पहनने से ड्राइवरों और आगे की सीट पर बैठने वाले यात्री के मौत का जोखिम 45 से 50% तक कम हो जाता है। वहीं, पीछे की सीट पर बैठने वालों में मौत और गंभीर चोटों के जोखिम में 25% की कमी आती है।