कहीं शोरूम से नई गाड़ी के नाम पर एक्सिडेंटल गाड़ी तो नहीं खरीद रहे आप? इन तरीकों से सेकेंडो में पकड़ लेंगे आप
फैक्ट्री से शोरूम आते आते कई बार गाड़ी के कुछ पार्ट्स में नुकसान पहुंचता है।कई बार कुछ जगहों पर गाड़ी के साथ छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज हुई है ऐसे में आप इसके शिकार न हों। बेहतर है कि गाड़ी खरीदते समय कुछ अतिरिक्त सतर्कता बरतें। (जागरण फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जरा सोचिए आप अपने मेहनत की कमाई से नई कार खरीदते हैं और बाद में आपको पता चलता है कि ये गाड़ी पहले से ही यूज्ड या फिर शोरूम तक पहुंचते समय एक्सिडेंट की शिकार हुई है तो कितना बुरा लगेगा। उस पल तो आपको लगेगा कि आपके पूरी जिंदगी की मेहनत की कमाई चली गई है। इसलिए नई गाड़ी खरीदते समय अधिक सतर्कता की जरूरत पड़ती है। आज उन टिप्स को बताने जा रहे हैं जिसे नई गाड़ी खरीदते समय जरूर फॉलो करना चाहिए।
लोडिंग के दौरान स्क्रैच
कई बार वाहन लोडिंग के दौरान गाड़ियों में स्क्रैच आ जाता है, जिसको छिपाने के लिए डीलर्स रिपेयरिंग करवा कर फिर पॉलिश मरवा देते हैं, जिसको दूर से देखतर आप पहचान नहीं पाएंगे। ऐसे में जब भी आप नई गाड़ी खरीदने जाएं तो उसे शोरूम से बाहर निकालकर गाड़ी के चारों तरफ की पेटिंग पर नजर जरूर फेर लें। अगर आप वाली गाड़ी के साथ ऐसा हुआ होगा तो बारिकी से देखने पर आप कलर चेंज हुआ देख सकते हैं।
अपनाएं ये तरीका
फैक्ट्री से शोरूम आते आते कई बार गाड़ी के कुछ पार्ट्स में नुकसान पहुंचता है।कई बार कुछ जगहों पर गाड़ी के साथ छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज हुई है, ऐसे में आप इसके शिकार न हों। बेहतर है कि गाड़ी खरीदते समय कुछ अतिरिक्त सतर्कता बरतें। उदाहरण के तौर पर- गाड़ी के शीशे, खिड़कियों और दरवाजों पर एक बारकोड चिपका हुआ होता है, जिस पर कुछ नंबर लिखे होते हैं। चेक करें कि वो सभी नंबर एक दूसरे से मिल रहा हो। अगर ऐसा नहीं है तो समझ जाइए कि गाड़ी के साथ छेड़छाड़ की गई है।
छेड़छाड़ को चेक करने के लिए करें ये काम
गाड़ी के दरवाजों और डैशबोर्ड के आसपास लगे स्क्रू को जरूर चेक करें, इसके अलावा पेंटिंग के कलर पर भी ध्यान दें। अगर गाड़ी की साथ कोई छेड़छाड़ हुई है तो स्क्रू के आकार में बदलाव देखने को मिलेंगे और पेंट का टोन भी बदला हुआ मिलेगा।
क्या होता है पीडीआई और क्यों जरूरी?
अधिकांश खरीदार प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन (PDI) से परिचित नहीं होते हैं। प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन में गाड़ी की डिलीवरी लेने से पहले उन सभी चीजों की जांच की जाती है, जिसके लिए डीलर से बात हुई हो या फिर जो दावा किया गया हो। इसके अलावा इंस्पेक्शन के दौरान को ग्राहक को काफी चौकन्ना रहना चाहिए और गाड़ी के एक्सटीरियर, इंटीरियर और वायर्स के अलावा अन्य पुर्जों की जांच करनी चाहिए। ये करना इसलिए जरूर होता है क्योंकि फ्रेश प्रोडक्ट आपके हाथ लगता है।