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नये निवेश के साथ नेटवर्क विस्तार में भी जुटी ऑटो कंपनियां, यूपी व उत्तर भारत के छोटे शहरों पर खास नजर

वित्त वर्ष 2024-25 में ही देश में बड़े व मझोले स्तर के कम से कम 600 डीलर केंद्र खोले जाने वाले हैं। इसके अलावा छोटे आकार के आटोमोबाइल टच-प्वाइंट्स (सिर्फ सर्विस देने के लिए) खोले जाएंगे। इनमें से कुछ मोबाइल सर्विस केंद्र भी होंगे। एक छोटे आकार के ऑटो डीलर के यहां स्थिर तौर पर दो दर्जन लोगों को रोजगार मिलता है।

By Jagran News Edited By: Praveen Prasad Singh Updated: Wed, 17 Apr 2024 08:34 PM (IST)
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ऑटोमोबाइल उद्योग में प्रत्यक्ष व परोक्ष तौर पर 15 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अगले पांच वर्षों में भारतीय बाजार में सात अरब डॉलर के नये निवेश की तैयारी कर रहे देशी और विदेशी ऑटोमोबाइल कंपनियों की तरफ से बड़े पैमाने पर नेटवर्किंग चैनलों (डीलरशिप व टच-प्वाइंट्स) का भी विस्तार करने की तैयारी है। मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर इंडिया, मर्सिडीज-बेंज, किया इंडिया, एमजी मोटर जैसी कंपनियां तेजी से डीलरशिप और टच-प्वाइंट्स खोलने जा रही हैं ताकि जब ग्राहकों की मांग के मुताबिक उन्हें ना सिर्फ शीघ्रता से कारों की आपूर्ति हो बल्कि बिक्री बाद सेवा की गुणवत्ता भी बेहतर हो।

इन कंपनियों से बात करने के बाद जो डाटा सामने आ रहा है उसके मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में ही देश में बड़े व मझोले स्तर के कम से कम 600 डीलर केंद्र खोले जाने वाले हैं। इसके अलावा छोटे आकार के आटोमोबाइल टच-प्वाइंट्स (सिर्फ सर्विस देने के लिए) खोले जाएंगे। इनमें से कुछ मोबाइल सर्विस केंद्र भी होंगे। एक छोटे आकार के ऑटो डीलर के यहां स्थिर तौर पर दो दर्जन लोगों को रोजगार मिलता है।

मारुति सुजुकी हर साल खोल रही 250 नए बिक्री केंद्र

मारुति सुजुकी के हेड (मार्केटिंग व सेल्स) पार्थो बनर्जी ने दैनिक जागरण को बताया, “भारतीय घरों में कारों की खरीद एक बड़ा फैसला होता है। ग्राहकों को हर चीज पर गारंटी चाहिए होती है। हमारी कंपनी के लिए ग्राहक के निकट होना बहुत जरूरी है तभी बेहतर सेवा दी जा सकती है। हम हर वर्ष 250 नये बिक्री केंद्र और 300 टच-प्वाइंट्स खोल रहे हैं। अगले सात-आठ वर्षों तक हम इससे भी ज्यादा रफ्तार से नेटवर्कों का विस्तार करेंगे क्योंकि हमारी बिक्री में भी बहुत वृद्धि संभावित है और भारतीय बाजार भी तेजी से बढ़ने वाला है।''

हुंडई मोटर तेज करेगी विस्‍तार की प्रक्रिया

हुंडई मोटर के सीओओ तरूण गर्ग ने बताया कि उनकी कंपनी देश के विभिन्न-विभन्न इलाकों की आर्थिक गतिविधियों, वहां दोपहिया वाहनों की बिक्री आदि का अध्ययन करती है और इसके आधार पर नई डीलरशिप खोलने का फैसला करती है। चालू साल में कंपनी पूरे देश में विस्तार करने की प्रक्रिया और तेज करने जा रही है। खास तौर पर ग्रामीण बाजारों मे। पहले से ही कंपनी की 2912 बिक्री केंद्र व सेवा केंद्र हैं जिसमें से 40 फीसद ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। कंपनी मोबाइल सर्विस केंद्रों का भी विस्तार करेगी।

मर्सिडीज बेंज टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्‍थापित करेगी डीलर नेटवर्क

लग्जरी कार बनाने वाली मर्सिडीज बेंज के सीईओ संतोष अय्यर ने बताया कि उनकी कंपनी वर्ष 2024 में श्रेणी दो व श्रेणी तीन के शहरों में अपने नेटवर्क का विस्तार करने जा रही है क्योंकि कंपनी का अनुमान है कि लग्जरी कारों में अब देश के गैर-शहरी हिस्सों से भी तेजी से मांग बढ़ने वाली है। वर्ष 2023-24 में मर्सिडीज बेंज की 18,123 कारों की बिक्री है जो 10 फीसद का ग्रोथ रेट है। यह ग्रोथ इसी साल भी मजबूत ही रहेगा। ऐसे में कंपनी दिल्ली व मुंबई जैसे महानगरों के अलावा पटना, कन्नोर, जम्मू, आगरा, अमृतसर जैसे 10 शहरों में भी अपनी डीलर नेटवर्क स्थापित करने जा रही है। कंपनी 25 मौजूदा डीलर केंद्रों को विश्व स्तर का बनाएगी। अय्यर कहते हैं कि भारत की इकोनॉमी में लगातार सात-आठ फीसद की आर्थिक विकास दर होने की वजह से गैर-महानगरीय क्षेत्रों और यहां तक की ग्रामीण बाजारों में भी मर्सिडीज बेंज की कारों की मांग बढ़ेगी।

जीडीपी में ऑटोमोबाइल उद्योग का सात फीसदी से ज्‍यादा हिस्‍सा

ऑटोमोबाइल उद्योग के बारे में अध्ययन रिपोर्टें बताती हैं कि इसका देश के कुल जीडीपी में हिस्सा सात फीसदी से ज्यादा है जबकि प्रत्यक्ष व परोक्ष तौर पर इससे 15 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। हाल ही में ऑटोमोबाइल सेक्टर पर जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अगले तीन से चार वर्षों में भारतीय ऑटो क्षेत्र में सात अरब डॉलर (तकरीबन 60 हजार करोड़ रुपये) का निवेश होने जा रहा है। इसके अलावा दो से तीन अरब डॉलर के नये निवेश की घोषणा भारत के दौरे पर आ रहे टेस्ला प्रमुख की तरफ से भी होने की संभावना है। इस निवेश का एक बड़ा हिस्सा डीलर नेटवर्क व सर्विस सेंटर स्थापित करने में होगा।