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CNG in Automatic Cars: सीएनजी गाड़ियों में क्यों नहीं मिलता ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन? जानिए इसके पीछे का असली गणित

Automatic CNG Cars क्या आपने कभी सोचा है कि वाहन निर्माता कंपनियां अपनी CNG Cars को हमेशा मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही क्यों बेचती है? अपने इस लेख में हम इस विषय पर ही बात करने वाले हैं। हम जानेंगे कि क्या CNG कारें भी Automatic Transmission के साथ पेश की जा सकती हैं या फिर नहीं। आइए इसके बारे में जान लेते हैं।

By Ram Mohan Mishra Edited By: Ram Mohan Mishra Updated: Thu, 17 Aug 2023 05:05 PM (IST)
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आइए जानते हैं कि सीएनजी कारों में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन क्यों नहीं दिया जाता है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। डीजल और पेट्रोल ईंधन विकल्प महंगा होने की वजह से काफी संख्या में लोग CNG विकल्प चुनते हैं। देश की सभी प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनिया अपने प्रोडक्ट्स को सीएनजी फ्यूल ऑप्शन के साथ पेश करती हैं। मौजूदा समय में हैचबैक से लेकर एसयूवी कारों को सीएनजी फ्यूल ऑप्शन के साथ पेश किया जा रहा है। 

क्या आपने कभी सोचा है कि वाहन निर्माता कंपनियां अपनी CNG Cars को हमेशा मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही क्यों बेचती है? अपने इस लेख में हम इस विषय पर ही बात करने वाले हैं। हम जानेंगे कि क्या CNG कारें भी Automatic Transmission के साथ पेश की जा सकती हैं या फिर नहीं।

CNG Cars में क्यों नहीं मिलता ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन?

हमारी तरह आपके मन में भी ये सवाल होगा कि आखिर सीएनजी कारों में अब तक किसी कंपनी ने ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन क्यों नहीं पेश किया। सबसे बड़ी बात ये है कि सीएनजी कारों को किफायती दामों में पेश किए जाने की कोशिश की जाती है। इसके चलते ऑटोमेकर इन कारों में हर संभव कास्ट कटिंग की प्रयास करके इनके दामों में कमी लाने का प्रयास करती हैं। यही कारण है कि सीएनजी कारों में लागत मूल्य कम रखने के उद्देश्य से केवल मैनुअल ट्रांसमिशन का उपयोग किया जाता है।

कंपनियां मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ-साथ सीएनजी कारों में अक्सर नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन का ही उपयोग करती हैं। इसके पीछे भी कार के लागत मूल्य को कम करने का उद्देश्य होता है। आइए, इस चीज को एक छोटे से उदाहरण के साथ समझते हैं।

CNG Car में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से जेब पर पड़ेगा बोझ

उदाहरण के लिए मान लेते हैं कि एक ऑटो निर्माता कंपनी अपनी कार को 8 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर बेचती है। ये कीमत उसके मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ आने वाले नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन ट्रिम की है। ऐसे में अगर कंपनी इस कार में सीएनजी किट लगाती है, तो इसकी कीमतों में लगभग 60 से 80 हजार रुपये की बढ़ोतरी हो जाएगी।

ऐसे में अगर सीएनजी वेरिएंट को मैनुअल की जगह ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन दिया गया, तो इसकी कीमतें बहुत बढ़ जाएंगी। AT और CNG फ्यूल आप्शन वाले इस बेस मॉडल की कीमत अब लगभग 10 लाख के करीब पहुच जाएगी। इस हिसाब से आप समझ सकते हैं कि, जो कार 8 लाख की थी वो सीएनजी के साथ एटी ट्रांसमिशन के चलते 10 लाख के करीब पहुंच गई।

क्या CNG Cars में देखने को मिलेगा AT?

किआ ने अपनी कुछ टर्बो पेट्रोल कारों का सीएनजी के साथ परीक्षण किया था। संदर्भ के लिए, किआ के टर्बो विकल्प केवल iMT और DCT विकल्पों के साथ आते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वर्तमान में, ऑटोमैटिक सीएनजी कारों की मांग के लिए निर्माताओं से आवश्यक भारी निवेश की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, बाजार में मांग बढ़ने पर हमें सीएनजी ऑटोमैटिक कार देखने को मिल सकती है।