बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे पर इतना लगेगा टोल टैक्स, जानिए इस Expressway से जुड़ी खास बातें
अगर आपको बेंगलुरु से मैसूर सीधे जाना है रास्ते में कहीं नहीं रुकना है तो आपके लिए इस हाइवे पर स्पेशल व्यवस्था है। आप हाई-स्पीड कॉरिडोर लेन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हाई-स्पीड कॉरिडोर दो अलग-अलग चरणों में बनाया गया है। (फोटो क्रेडिट- पीएम मोदी ट्विटर)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश में इस समय एडवांस और हाइटेक एक्सप्रेसवे की संख्या तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च को बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। 118 किलोमीटर लंबा बने इस एक्सप्रेसवे से सामाजिक-आर्थिक विकास अधिक जोर लेगा, जिसकी लागत 8,408 करोड़ रुपये है। आइये जानते हैं इस एक्सप्रेसवे से जुड़े कुछ खास बातों के बारे में।
इतना देना होगा टोल
फरवरी में NHAI ने विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए एक अस्थायी टोल चार्ट जारी किया। कार जैसे हल्के मोटर वाहनों को एक तरफ की यात्रा के लिए 135 रुपये और उसी दिन लौटने पर 205 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। दूसरे खंड के खुलने के बाद, कारों/जीपों/वैनों के लिए टोल शुल्क 250 रुपये तक आ सकता है।
इन गाड़ियों पर लगेगी रोक
दिलचस्प बात यह है कि इस बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवेपर टू-व्हीलर भी चलने की अनुमति है, लेकिन एक बार कोई बाइक लेकर इस एक्सप्रेसवे पर जाता है और टोल अदा करता है उसके बाद NHAI ने मुख्य कैरिजवे पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई है।
सफर होगा एकदम आधा
पहले बेंगलुरु से मैसूर जाने में कुल 3.5 घंटे लगते थे, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बाद से अब यह सफर घटकर लगभग 1.5 घंटे तक हो जाएगा। कुल मिलाकर आपका समय बचेगा।
हाई-स्पीड कॉरिडोर
अगर आपको बेंगलुरु से मैसूर सीधे जाना है रास्ते में कहीं नहीं रुकना है तो आपके लिए इस हाइवे पर स्पेशल व्यवस्था है। आप हाई-स्पीड कॉरिडोर लेन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हाई-स्पीड कॉरिडोर दो अलग-अलग चरणों में बनाया गया है, जिसकी लंबाई निदघट्टा और मैसूर के बीच 61 किमी और बेंगलुरु और निदघट्टा के बीच 58 किमी है।
सामाजिक-आर्थिक विकास
इस परियोजना में NH-275 के बेंगलुरु-निदाघट्टा-मैसूर खंड को छह लेन का बनाना शामिल है। एक्सप्रेसवे क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा।
इस एक्सप्रेसवे पर आपको कुल 42 छोटे ब्रिज 64 अंडरपास, 11 ओवरपास, चार रोड-ओवर-ब्रिज (आरओबी) और पांच बाईपास मिलेगा।