Move to Jagran APP

BPCL देश भर में स्थापित करेगी 2000 EV चार्जिंग स्टेशन, 200 करोड़ का होगा निवेश; ये है कंपनी का प्लान

BPCL ने 2000 स्टेशनों के साथ 100 फास्ट ईवी चार्जिंग कॉरिडोर स्थापित करने के योजना बनाई है । इसके लिए BPCL (Bharat Petroleum Corporation Limited) 200 करोड़ का निवेश करने जा रही है। उम्मीद है कि इस निवेश के बाद देश में ईवी इंफ्रा का तेजी से विस्तार होगा।

By Sarveshwar PathakEdited By: Updated: Thu, 14 Apr 2022 07:06 AM (IST)
Hero Image
BPCL 100 फास्ट ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए करेगी 200 करोड़ रुपये का निवेश
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम ने बुधवार को कहा कि वह इस वित्त वर्ष में करीब 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, ताकि 100 सबसे व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्गों पर 2,000 स्टेशनों वाले 100 फास्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग कॉरिडोर स्थापित किए जा सकें। बीपीसीएल के खुदरा कार्यकारी निदेशक बी एस रवि ने बुधवार को बताया कि कंपनी ने हाल ही में चेन्नई-त्रिची-मदुरै राजमार्ग पर एक चार्जिंग यूनिट के साथ अपना पहला ईवी चार्जिंग कॉरिडोर खोला है। दूसरा कॉरिडोर अगले दो महीनों के भीतर राष्ट्रीय राजमार्ग 47 के कोच्चि-सलेम खंड पर बन जाएगा।

एक यूनिट स्थापित करने की लागत

रवि ने कहा कि यदि चार्जिंग यूनिट को बूस्टर ट्रांसफार्मर की आवश्यकता नहीं होती है, तो ऐसी यूनिटों को रेस्ट रूम, जलपान / फूड कोर्ट सहित अन्य सुविधाएं के साथ 7-12 लाख रुपये की लागत में तैयार किया जा सकता है। वहीं, अगर यूनिट को ट्रांसफॉर्मर की जरूरत होगी, तो ये लागत 25 लाख रुपये तक जाएगी।

वित्त वर्ष 25 तक 7000 ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का प्लान

इस लागत भिन्नता को देखते हुए हमने इस वित्त वर्ष में लगभग 200 करोड़ रुपये के निवेश का बजट रखा है, क्योंकि हमारी योजना मार्च 2023 तक 100 कॉरिडोर में 2,000 से अधिक फास्ट चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की है। उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के लिए, कंपनी की योजना वित्त वर्ष 25 तक 7,000 फास्ट ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की है। हालांकि, उन्होंने इसके निवेश के ब्योरे का खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा कि तीसरा कोरिडोर संभवत: मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग-4 होगा और इसमें कई यूनिट होंगी, क्योंकि राजमार्ग में सबसे अधिक यातायात है।

रवि ने कहा कि राष्ट्रीय तेल रिफाइनर और मार्केटर, जो पेट्रोल और डीजल में करीब 30 प्रतिशत खुदरा बाजार के साथ दूसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी है, उम्मीद करता है कि ईवी पारिस्थितिकी तंत्र पहले की तुलना में तेजी से बढ़ेगा और कंपनी इसमें बड़ी भूमिका निभाना चाहती है। सरकार ने घरेलू विनिर्माण और इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए रियायतों की भी घोषणा की है।

तीन गुना बढ़ी ईवी की रिटेल बिक्री

रवि ने कहा कि उनकी कंपनी केंद्र और राज्य सरकार से प्रोत्साहन मांगेगी। पिछले हफ्ते, ऑटो डीलरों के निकाय FADA ने कहा था कि वित्त वर्ष 2021 में इलेक्ट्रिक वाहन खुदरा बिक्री तीन गुना बढ़कर 4,29,217 इकाई हो गई, जो वित्त वर्ष 2021 में 1,34,821 इकाई थी और वित्त वर्ष 2020 में 1,68,300 इकाई थी।