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Mileage Tips: बाइक और कार के माइलेज बढ़ाने का आसान तरीका, महीने भर के भीतर फर्क आएगा नजर

जब भी हमें खाली रोड़ दिखाती है हम तो कार/बाइक की स्पीड बढ़ा देते हैं ऐसे में हमें गाड़ी को 90 किमी/प्रतिघंटा की रफ्तार से ऊपर चलाने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर गाड़ी फ्यूल ज्यादा खाती है। (जागरण फोटो)

By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sat, 20 May 2023 10:00 PM (IST)
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महीने भर के भीतर फर्क आएगा नजर

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जब से पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ी हैं, तब से हर एक आदमी माइलेज को लेकर काफी चिंता में रहता है। कंपनी जितना क्लेम करती हैं उतना माइलेज ग्राहकों को नहीं मिल पाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोगों को सही ढंग से गाड़ी को चलाने के बारे नहीं पता होता है। गाड़ी का माइलेज ड्राइविंग बिहेवियर पर टोटली डेपेंड करता है। इसलिए इस खबर के माध्यम से आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जिसको फॉलो करके आप अपने बाइक और कार की माइलेज बढ़ा सकते हैं।

समय से कराएं कार की सर्विसिंग

अपने समय सीमा के अनुसार कार/बाइक की सर्विसिंग करवाना बेहद जरूरी है, समय पर सर्विसिंग करवाने से गाड़ी के इंजन की सफाई, गंदे इंजन ऑयल व गंदे फिल्टर की सफाई हो जाती है, इससे इंजन भी स्वस्थ्य रहता है और फ्यूल की खपत भी सही ढंग से होने लगती है।

क्लच-ब्रेक का सही इस्तेमाल करें

कार/बाइक के माइलेज को बढ़ाने के लिए आप जाम और भीड़-भाड़ वाली जगह से बच सकते हैं, क्योंकि जब भी आप जाम में फंस जाते हो तो बार-बार आपको गाड़ी को ऑन-ऑफ करनी पड़ती है, जिससे इसका सीधा प्रभाव माइलेज पर पड़ता है। जाम के दौरान बार-बार क्लच, ब्रेक और एक्सिलरेटर न दबाना पड़े, इसके लिए गाड़ी की एक संतुलित रफ्तार कायम रखें। वहीं कार को छोटी राइड के लिए उपयोग करने की कम कोशिश करें और लंबी दूरी के लिए इस्तेमाल करें।

टायर का प्रेशर से माइलेज का सीधा कनेक्शन

टायर के प्रेशर का सीधा प्रभाव माइलेज पर पड़ता है, इसलिए हमेशा अपनी कार/बाइक के टायरों का प्रेशर चेक करते रहें। टायरों के प्रेशर की जांच जरूर करवाएं।

एवरेज स्पीड से बचा सकते हैं फ्यूल

अक्सर जब भी हमें खाली रोड़ दिखाती है हम तो कार/बाइक की स्पीड बढ़ा देते हैं, ऐसे में हमें गाड़ी को 90 किमी/प्रतिघंटा की रफ्तार से ऊपर चलाने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने पर गाड़ी फ्यूल ज्यादा खाती है। वहीं गाड़ी चलाते समय कोशिश करना चाहिए कि गाड़ी एक ही स्पीड में चलती रहे। एक्सिलरेटर पेडल को आराम से दबाएं। लोअर गियर में आने से बचने के लिए जबरदस्ती एक्सिलरेटर बिल्कुल ना दबाएं, थोड़ी मेहनत करके एक गियर कम कर लें।