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अब गाड़ी की मरम्मत कराने में नहीं होगी परेशानी! सरकार ने लॉन्च किया राइट टू रिपेयर पोर्टल

बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे ग्राहकों को खुद के वाहन को सर्विस कराने के लिए आजादी मिले। अगर वाहन में कोई खराबी होती है तो उन्हें कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही निर्भर रहना पड़ता है और सामान भी वहीं से खरीदना होता है। लेकिन उपभोक्ता मामलों के विभाग ने कहा कि ऐसा करने से ग्राहकों को परेशानी होती है।

By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Updated: Sat, 06 Jul 2024 11:00 PM (IST)
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ग्राहकों को वाहन मरम्मत कराने में न आए परेशानी कंपनियों की जिम्मेदारी
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। ऑटो सेक्टर में लगातार इजाफा हो रहा है। कंपनियां ग्राहकों के बजट को देखते हुए हर सेगमेंट में नए वाहन लॉन्च कर रही हैं। लेकिन एक बार वाहन खरीदने लेने के बाद जब उसमें खराबी होने पर मरम्मत करवाने की बात आती है तो इसमें ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

क्योंकि, उनके पास थर्ड पार्टी से मरम्मत करवाने का विकल्प नहीं है। लेकिन, अब केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के विभाग ने ऑटो कंपनियों से कहा कि उनको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ग्राहक कहीं थर्ड पार्टी सर्विस से भी गाड़ी को ठीक करा पाएं। उन्हें छोटे-छोटे काम के लिए कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही निर्भर न रहना पड़े। इसके लिए ऑटो कंपनियों को कुछ प्रयास करना चाहिए।

उपभोक्ता मंत्रालय ने राइटटूरिपेयर पोर्टल लॉन्च किया

शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने ऑटोमोबाइल एसोसिएशन और उनकी साझेदार कंपनियों के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठाया। इस बैठक का मकसद ऑटो कंपनियों को राइट टू रिपेयर पोर्टल इंडिया पर शामिल करना था। बैठक में एसोसिएशन के कई लोग शामिल रहे तो, ऑटो कंपनियों के प्रतिनिधी भी इसमें शामिल रहे।

इसमें टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीवीएस, रॉयल एनफील्ड, रेनॉल्ट और बॉश, यामाहा मोटर्स इंडिया, होंडा कार इंडिया जैसी कंपनियों शामिल हैं। बैठक में जोर दिया गया कि ग्राहकों के पास खुद के ऑप्शन भी होने चाहिए।

अमूमन उपभोक्ताओं को यह पता नहीं होता है कि उनकी गाड़ी के ओरिजनल पा‌र्ट्स सही दाम पर कहां मिलेंगे या फिर गाड़ी के पा‌र्ट्स के रिपेयर की सही कीमत क्या है। लेकिन अब सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों को इस प्रकार की जानकारी साझा करनी होगी। उपभोक्ता मंत्रालय ने राइटटूरिपेयर पोर्टल लॉन्च किया है जिस पर सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों को अपने-अपने वाहनों के रिपेयर संबंधी तमाम जानकारी देनी होगी।

ग्राहकों को मिले राइट टू रिपेयर का अधिकार

बैठक में जोर दिया गया कि कैसे ऑटो कंपनियों को ग्राहकों के लिए ऑप्शन देने चाहिए कि अगर वह कहीं थर्ड पार्टी सर्विस से अपना वाहन सही करवाना चाहें तो इसमें उन्हें तकलीफ न हो। जब वाहन में कोई खराबी आती है तो इसमें ग्राहकों के सामने बड़ी समस्या पैदा हो जाती है, उन्हें मजबूरन कंपनी के आसरे ही रहना पड़ता है। जिससे कि नए उपकरण खरीदे जाते हैं और ई-कचरा बढ़ता है। अगर ग्राहकों को अपने हिसाब से मरम्मत करवाने की आजादी मिलती है तो उनके लिए यह सहुलियत होगी।

कम कीमत में असली स्पेयर पार्ट्स न मिलना

कंपनियों को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके वाहनों के स्पेयर पार्ट्स कहीं भी आसानी से खरीदारी के लिए उपलब्ध हों। अक्सर होता है कि ग्राहकों को स्पेयर पार्ट खरीदने के लिए कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इसके अलावा, बैठक में ऑटो कंपनियों से कहा गया कि उनकी जिम्मेदारी है कि वह ग्राहकों को छोटी-छोटी मरम्मत के बारे में जानकारी दें। ताकि किसी भी काम के लिए उन्हें सिर्फ सर्विस सेंटर के भरोसे न रहना पड़े और घर पर ही उसे सही करने की गुंजाइश रहे।

एजेंसी इनपुट के साथ...

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