कितना सुनहरा होगा भारत में ईवी का भविष्य? इसपर जानें एक्सपर्ट की राय
सरकार की FAME-II योजना के साथ-साथ सीमित प्रोत्साहन राशि ने भी व्यापक EV अपनाने को प्रोत्साहित किया। भविष्य में भी ग्रीन मोबिलिटी को प्रोत्साहित करने से ईवी सेगमेंट को पूरे देश में पैठ बढ़ाने और अपनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा इससे जुड़ी विशेषताओं और आधुनिक सुन्दर प्रारूप युवाओं का ध्यान खींचने में महत्वपूर्ण बन रहे हैं। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, अतुल यादव। इस समय भारतीय में ईवी सेक्टर का ग्रोथ तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, भारतीय ग्राहक अभी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को खरीदते समय थोड़ा से घबराते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत में ईवी का भविष्य लंबे समय तक टिकेगा? ईवी सेक्टर में इस वक्त कौन-कौन सी चुनौतियां हैं? इससे जुड़ी तमाम सवालों का जवाब आज हम ईवी एक्सपर्ट के. विजय कुमार से लेने वाले हैं।
भारत में ईवी का भविष्य?
इस विषय पर लेक्ट्रिक्स के एमडी और सीईओ के. विजय कुमार का कहना है कि जैसे-जैसे भारत ग्रीन मोबिलिटी की ओर आगे बढ़ रहा है, यहां का ईवी सेक्टर खासतौर से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट तेजी से ग्रो कर रहा है। सरकार भी ईवी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास कर रही है। वहीं ग्राहक भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ भरोसा कर रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि आने वाले समय में सड़कों पर ईवी सबसे अधिक होंगी।
फेम-2 सब्सिडी का ईवी ग्रोथ में कितना योगदान?
सरकार की FAME-II योजना के साथ-साथ सीमित प्रोत्साहन राशि ने भी व्यापक EV अपनाने को प्रोत्साहित किया। भविष्य में भी ग्रीन मोबिलिटी को प्रोत्साहित करने से ईवी सेगमेंट को पूरे देश में पैठ बढ़ाने और अपनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, इससे जुड़ी विशेषताओं और आधुनिक सुन्दर प्रारूप युवाओं का ध्यान खींचने में महत्वपूर्ण बन रहे हैं। E2W निर्माता युवा शहरी उपभोक्ताओं की बढ़ती प्राथमिकताओं को आकर्षित करने के लिए कनेक्टिविटी और सुरक्षा के अलावा वाहनों के सौन्दर्य पहलू पर भी जोर दे रहे हैं।
ईवी सेक्टर का कितना मार्केट शेयर
वर्तमान में, ई-मोबिलिटी बाजार में स्कूटर क्षेत्र की हिस्सेदारी केवल 5% है। इसका कारण इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमतें हैं, जो इस समय बाजार में औसतन 1 लाख रुपये तक हैं। इस समय जो भी किफायती कीमत में अच्छी ईवी बाजार में उतारेगा, ग्राहक उसकी ओर सबसे अधिक आक्रर्षित होंगे।