गाड़ी की ओवरहीटिंग कम करनी हो तो इन स्टेप्स को फॉलो करके आज ही बदलें कूलेंट
car Engine Care इंजन को नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए यह सुविधा ऑटोमैटिक रूप से इंजन को बंद कर देगी। एक बार जब आपका इंजन ठंडा हो जाता है तो आप अपनी कार फिर से चला सकेंगे।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। कूलेंट का काम गाड़ी को ठंडा करने के लिए होता है। हालांकि, इसको समय-समय पर चेंज करवाते रहना चाहिए, ताकि आपकी गाड़ी ओवरहीटिंग से बच सके और आपकी गाड़ी का इंजन सालों साल चले। इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं कूलेंट को चेंज करने के तरीकों के बारे में।
इन स्टेप्स को फॉलो करके भरे अपनी गाड़ी के रिडियेटर में कूलेंट
- गाड़ी के इंजन ऑयल को सबसे पहले ठंडा होने दें। अगर आपका गाड़ी कहीं से चलकर आई है तो सबसे पहले उसके इंजन को ठंडा होने दें।
- इंजन ठंडा होने के बाद रिटेयेटर को खोलें
- उसमें से पुराने कूलेंट को बाहर निकालें
- अपने नए कूलेंट डिब्बे को बाहर से हिला लें ताकि वो पूरा मिक्स हो जाए।
- कूलेंट को रिडेयेटर में भरकर कैप को बंद कर दें।
- बाहर से कूलेंट लेवल को चेक कर लें।
- अब आप अपने गाड़ी के इंजन को ऑन करके परफॉर्मेंस टेस्ट ले सकते हैं।
रेडियेटर में कूलेंट न होने पर आती हैं ये दिक्कतें
अगर गाड़ी के रेडिएटर में कूलेंट कम होता है तो इंजन गर्म होना शुरू हो जाता है। गाड़ी आपकी ओवरहीट न हो और इंजन आपका खराब न हो इसके लिए कूलेंट बहुत जरूरी होता है। इंजन को नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए यह सुविधा ऑटोमैटिक रूप से इंजन को बंद कर देगी। एक बार जब आपका इंजन ठंडा हो जाता है, तो आप अपनी कार फिर से चला सकेंगे।