कार का कूलेंट हो गया खत्म तो मिलते हैं ये खास वार्निंग, जानें कैसे करें पहचान
अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे आसान तरीका है गाड़ी में दिए जाने वाले इमरजेंसी लाइट पर ध्यान दें। इसे पहचानने के लिए डैशबोर्ड पर बहुत सारे संकेतक लाइट दिए होते हैं। अगर किसी पार्ट में खराबी आती है तो ये लाइट्स जलने लगती है। डैशबोर्ड पर लगा टेम्परेचर गेज इंजन ओवरहीट की जानकारी देता है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। गाड़ी को सही टंपरेचर में रखने के लिए प्रत्येक गाड़ियों में कूलेंट का इस्तेमाल किया है। हालांकि बहुत बार ऐसा भी होता है कि गाड़ी के अंदर कूलेंट खत्म हो जाता है और हम पता ही नहीं लगता है। ऐसे में गाड़ी कभी भी आग का गोला बन सकती है। ऐसे में आपको कुछ बाते बताने जा रहे हैं जिसको जानने के बाद ये पता लगा सकते हैं कि गाड़ी का कूलेंट खत्म हुआ है या नहीं
ओवरहीटिंग
ओवरहीटिंग की पहचान आप बोनट से निकलते धुएं से कर सकते हैं। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें कार के इंजन को सीज होने से लेकर केबिन में आग लगने की घटना तक हो सकती है। अगर गाड़ी ओवरहीट हो रही है तो आप कूलेंट जरूर चेक करें।
डैशबोर्ड चेक करें
अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे आसान तरीका है गाड़ी में दिए जाने वाले इमरजेंसी लाइट पर ध्यान दें। इसे पहचानने के लिए डैशबोर्ड पर बहुत सारे संकेतक लाइट दिए होते हैं। अगर किसी पार्ट में खराबी आती है तो ये लाइट्स जलने लगती है। डैशबोर्ड पर लगा टेम्परेचर गेज इंजन ओवरहीट की जानकारी देता है।
सदाबहार तरीका
नियमित गाड़ी की साफ सफाई के दौरान एक नजर गाड़ी के कूलेंट स्तर पर डाल लें। इससे आपको आइडिया रहेगा कि आपके गाड़ी में सबकुछ ठीक है या नहीं।
क्यों जरूरी होता है कूलेंट
कूलेंट का काम गाड़ी के इंजन को ठंडा रखने का है। कार का कूलेंट सिस्टम बेहतरीन हो तो ओवरहीटिंग के चांसेज कम रहते हैं। इसके कारण आपके कार का इंजन ठंडा भी रहता है। अगर आपके कार के कूलेट में झाग बन जाए तो ये उससे भी आपको निजात दिलाता है।