Independence Day 2023: कैसी है देश की पहली Flex-Fuel कार? नितिन गडकरी करते हैं सवारी!
Indian Flex Fuel Cars हाइब्रिड तकनीक वाले इंजन को शक्ति प्रदान करने के लिए बैटरी का उपयोग भी कर सकते हैं। इस तरह की पहल से कार्बन उत्सर्जन को भी कम किया जा सकता है। नई टोयोटा कोरोला एल्टिस फ्लेक्सी-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (FFV-SHEV) 1.8-लीटर इथेनॉल-रेडी पेट्रोल-हाइब्रिड इंजन द्वारा चलती है। फ्लेक्स-फ्यूल वाहन के चलन से सबसे बड़ा फायदा पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम होगी
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Tue, 15 Aug 2023 10:47 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगर आपसे कोई पूछे कि भारत की फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली गाड़ी कौन सी है तो शायद आपको गूगल का सहारा लेना पड़े। लेकिन क्या आपको पता है आने वाले समय में सभी गाड़ियों में फ्लेक्स-फ्यूल अनिवार्य हो सकता है? फ्लेक्स-फ्यूल को लेकर भारत सरकार तेजी से काम कर रही है। यहीं वजह है कि पिछले साल भारत में पहली फ्लेक्स-फ्यूल से चलने वाली गाड़ी को लॉन्च किया गया था, जिसकी कई बार सवारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कर चुके हैं।
देश की पहली फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली कार?
Toyota Corolla Altis Hybrid देश की पहली फ्लेक्स-फ्यूल कार है। इसमें स्ट्रांग हाइब्रिड टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे 11 अक्टूबर, 2022 को लॉन्च किया किया गया था, जिसका उद्घाटन परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया था। बता दें कि टोयोटा देश में फ्लेक्सि फ्यूल स्ट्रांग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (FFV-SHEV) परियोजना पर काम कर रही है। इसके तहत यह देश की ये पहली गाड़ी होगी, जिसमें फ्लेक्स फ्यूल इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा।
कैसा होता है फ्लेक्स फ्यूल इंजन?
फ्लेक्स-फ्यूल वाहन के इंजन को इस तरीके से तैयार किया जाता है कि यह पेट्रोल और इथेनॉल के मिश्रण से चल सके, जिसकी मात्रा 100 प्रतिशत तक होती है। हाइब्रिड तकनीक वाले इंजन को शक्ति प्रदान करने के लिए बैटरी का उपयोग भी कर सकते हैं। इस तरह की पहल से कार्बन उत्सर्जन को भी कम किया जा सकता है। नई टोयोटा कोरोला एल्टिस फ्लेक्सी-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (FFV-SHEV) 1.8-लीटर इथेनॉल-रेडी पेट्रोल-हाइब्रिड इंजन द्वारा चलती है।फ्लेक्स-फ्यूल वाहन के फायदे
फ्लेक्स-फ्यूल वाहन के चलन से सबसे बड़ा फायदा पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम होगी जिससे देश की अर्थव्यवस्था को और संतुलन मिलेगा। फ्लेक्स-फ्यूल वाहन के उपयोग से पेट्रोल और डीजल के वाहनों में कमी आयेगी जिसका सीधा फायदा हमारें पर्यावरण को होगा।
इससे कम जहरीले धुएं उत्पन्न होंगे। इसके उपयोग से ग्रीनहाउस गैसों में भी कमी आयेगी। इससे ग्लोबल वार्मिंग का भी खतरा कम होगा। फ्लेक्स ईंधन कर क्रेडिट के चलते ग्राहकों को टैक्स में भी बचत होगी। इस तरह के पहल में सरकार भी मदद करती है