Move to Jagran APP

भारत में तेजी से बन रहीं सड़कें, केंद्र सरकार ने FY24 में बनाए 12,349 KM National Highway, जानें डिटेल

देश में काफी तेजी से सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। कई राज्‍यों में National Highway और एक्‍सप्रेस वे लगातार बेहतर हो रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक वित्‍त वर्ष 2024 (FY 2024) के दौरान 12 हजार किलोमीटर से ज्‍यादा दूरी के नेशनल हाइवे बनाए गए हैं। पिछले वित्‍त वर्ष के दौरान यह आंकड़ा कितना था। आइए जानते हैं।

By Agency Edited By: Sameer Goel Updated: Wed, 10 Apr 2024 10:00 AM (IST)
Hero Image
वित्‍त वर्ष 2024 में देशभर में 12 हजार किलोमीटर से ज्‍यादा के नेशनल हाइवे बनाए गए हैं।
पीटीआई, नई दिल्‍ली। केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले वित्‍त वर्ष 2024 में काफी तेजी से सड़कों का निर्माण किया है। जानकारी के मुताबिक पिछले वित्‍त वर्ष में 12 हजार किलोमीटर से ज्‍यादा नेशनल हाइवे बनाए गए हैं। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि सरकार की ओर से किस स्‍पीड में नेशनल हाइवे का निर्माण किया जा रहा है।

बीते साल बनाया रिकॉर्ड

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वित्‍त वर्ष 2023-24 में 12,349 किलोमीटर नेशनल हाइवे का निर्माण किया, जो इसके इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा है। अधिकारी ने आगे कहा कि मंत्रालय ने 2023-24 में 8,581 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं आवंटित कीं।

बीते सालों में भी रही तेजी

2023-24 से पहले भी देश में काफी तेजी से नेशनल हाइवे का निर्माण किया गया है। इससे पहले, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने वित्‍त वर्ष 2020-21 में रिकॉर्ड 13,327 किलोमीटर नेशनल हाइवे का निर्माण किया था। 2021-22 में 10,457 किलोमीटर के मुकाबले 2022-23 में 10,331 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे का निर्माण किया गया। 2019-20 में 10,237 किलोमीटर लंबे हाईवे बनाए गए।

यह भी पढ़ें- लॉन्‍च के तीन महीने बाद ही सस्‍ती हो गई Tata Punch EV, मिल रहा तगड़ा Discount offer

National Highway की लंबाई 1.5 गुना बढ़ी

केंद्र सरकार में वरिष्‍ठ अधिकारी के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष के दौरान पूंजीगत व्यय (निजी निवेश सहित) 3,01,200 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। उन्‍होंने बताया कि नेशनल हाइवे की कुल लंबाई साल 2014 में 91,287 किमी से 1.6 गुना बढ़कर 2024 में 1,46,145 किमी हो गई।

शुरू हुई पायलट परियोजना

सरकार ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों को कैशलेस उपचार प्रदान करने के लिए एक पायलट परियोजना शुरू की है। जिसके मुताबिक अगर कोई व्‍यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल हो जाता है तो उसे नजदीकी अस्‍पताल में 1.5 लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। इस परियोजना का मकसद सड़क हादसे में घायल लोगों को जल्‍द से जल्‍द इलाज मुहैया करवाना है।

यह भी पढ़ें- Bajaj से लेकर TVS तक इन चार कंपनियों के Electric Scooters को खरीदना हुआ महंगा, जानें कितनी बढ़ी कीमत