Kia का फोकस यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट पर, Sonet और Carens से भी कंपनी को उम्मीद
KIA sports utility vehicle यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में अपनी मौजूदगी से कंपनी को उम्मीद है कि इस साल उसकी बिक्री करीब 10 फीसदी बढ़ेगी। बिक्री में एसयूवी का योगदान 2018 के 24 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 43 प्रतिशत हो गया है। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता किआ भारतीय बाजार में यूटिलिटी वाहन के कैटगरी पर अधिक ध्यान दे रही है। वाहन निर्माता कंपनी सेल्टोस, सोनेट और कैरन्स जैसी कारें बेचती है। तेजी से बढ़ते स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) सेगमेंट में ऐसे वेरिएंट के लिए मजबूत मांग के साथ अपने मॉडल पर डीजल ट्रिम्स को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में अपनी मौजूदगी से कंपनी को उम्मीद है कि इस साल उसकी बिक्री करीब 10 फीसदी बढ़ेगी। 2022 में कंपनी ने 2,54,556 यूनिट्स की सेल की है। कंपनी एसयूवी और एमपीवी को लेकर काफी उत्साहित है और बाजार में सेडान को पेश करने की अभी कंपनी की कोई योजना नहीं है।
ब्रिकी में हुई बढ़ोतरी
कंपनी ने कहा कि बिक्री में एसयूवी का योगदान 2018 के 24 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 43 प्रतिशत हो गया है। वहीं 2018 में 5 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 9 प्रतिशत हो गया है। दूसरी ओर, 2018 में सेडान का योगदान 19 प्रतिशत था, जो 2021 में घटकर 10 प्रतिशत रह गया। आपको बता दें, पिछले साल पेश किए कुछ उत्पादों की वजह से पिछले साल यह बढ़कर 11 फीसदी हो गया। हैचबैक का योगदान 2018 में 65 प्रतिशत से 2022 में 48 प्रतिशत हो गया है।
Sonet और Carens
डीजल कारों पर कंपनी का मानना है कि सॉनेट और सेल्टोस के डीजल ट्रिम्स वर्तमान में दो मॉडलों की कुल बिक्री में लगभग 30-35 प्रतिशत का योगदान करते हैं। डीजल कारों का योगदान 2020 में 17 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 19 प्रतिशत हो गया है।
Kia Seltos, Sonet और Carens
आपको बता दें, कि किआ ने अपनी इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन (iMT) पेशकशों में बड़ा बदलाव किया है। क्लचलेस मैनुअल गियरबॉक्स अब Kia Seltos, Sonet और Carens के सभी डीजल वेरिएंट में स्टैंडर्ड रूप से दिया जाएगा। यह 1 अप्रैल 2023 से टर्बो-पेट्रोल वेरिएंट पर उपलब्ध है। RDE- कंप्लेंट 2023 Kia Seltos, Sonet और Carens को अब स्टैंडर्ड के तौर पर 6iMT वेरिएंट को अपग्रेड किया जाएगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)