Move to Jagran APP

काइनेटिक ग्रीन और बीपीसीएल ने की साझेदारी, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उठाएंगे ये कदम

भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने “ई-ड्राइव” पहल को लॉन्च करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

By Ankit DubeyEdited By: Updated: Mon, 03 Feb 2020 04:31 PM (IST)
Hero Image
काइनेटिक ग्रीन और बीपीसीएल ने की साझेदारी, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उठाएंगे ये कदम
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रमुख निर्माता काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पावर सोल्यूशंस लिमिटेड और सार्वजनिक क्षेत्र में तेल और गैस की दिग्गज कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने “ई-ड्राइव” पहल को लॉन्च करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह एक महत्‍वपूर्ण इलेक्ट्रिक व्‍हीकल मोबिलिटी समाधान है जोकि स्‍वैपेबल बैटरी तकनीक पर आधारित है।

इस समझौते के तहत बैटरी बदलने की सुविधा के साथ खासतौर से बनाए गए इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर्स की रेंज को काइनेटिक ग्रीन और बीपीसीएल ने आईआईटी मद्रास के सहयोग से खासतौर से डिजाइन किया है। देश भर में बनाए गए बैटरी स्वैपिंग स्टेशन पर 2 मिनट में बैटरी बदलने की सुविधा यूजर्स को दी जाएगी। उन्हें अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए स्मार्ट लिथियम आयन बैटरी दी जाएगी। काइनेटिक-बीपीसीएल का यह सोल्यूशन कोच्चि और लखनऊ में काइनेटिक ग्रीन ई3डब्ल्यू की श्रेणी के इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने के लिए आजमाया जा चुका है। बैटरी स्वैपिंग प्लेटफॉर्म के तहत यह इलेक्ट्रिक वाहन बेतहाशा ट्रैफिक के क्षेत्रों में मेट्रो स्टेशनों के पास तैनात किए जाएंगे। इससे यात्रियों को मेट्रो से उतरने के बाद अपनी मंजिल तक जाने के लिए ई-व्हीकल की सवारी करने के लिए सिर्फ 10 रुपये देने होंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों की यह सुविधा सुबह 6 बजे से शाम 10 बजे तक मिलेगी। इन इलेक्ट्रिक वाहनों के ड्राइवर एक दिन में 1 या कई बार बैटरी बदल सकेंगे। अगले कुछ महीनों में देश के कई अन्य शहरों में इस सुविधा का लाभ देने के लिए पार्टनर अपनी साझेदारी का विस्तार करेंगे।

अब तक इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर के ड्राइवरों को ई-वाहन खरीदने और चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। यह मॉडल ड्राइवरों की इन्हीं चिंताओं और परेशानी को दूर करने के लिए डिजाइन किया गया। इलेक्ट्रिक वाहन से बैटरी निकालने के बाद ईवी की कीमत आधी रह जाती है। बैटरी अलग करने के बाद इलेक्ट्रिक वाहन आईसीई के दूसरे वाहनों की तुलना में कम दाम पर मिलते हैं। अब ड्राइवरों को रेंज के बारे में सोचकर टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। क्योंकि वह कभी भी अपनी बैटरी को नई बैटरी से बदल सकेंगे। अगर उन्हें लंबी दूरी की यात्रा करनी है तो बैटरी को रिचार्ज करने का समय मिट जाएगा। इसे चार्ज करने की जगह बैटरी को बदलने में केवल 2 मिनट का समय लगेगा। इस साझेदारी से सुविधाजनक बैटरी नैटवर्क बनेगा। बीपीसीएल बैटरी स्वैपिंग स्टेशन बनाने के लिए अपने मौजूदा 12 हजार गैस स्टेशनों का लाभ उठा सकता है। इससे यात्रियों के लिए इन बैटरी स्वैपिंग स्टेशन की सुविधा लेना बहुत आसान हो जाएगा।

काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पावर सोल्यूशन लिमिटेड की संस्थापक और सीईओ सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने सोमवार को चेन्नई में नई पहल का उद्घाटन करते हुए कहा, “काइनेटिक ग्रीन “स्वैपेबल बैटरी टेक्नोलॉजी के साथ ईवी” खरीदने वाले अपने उपभोक्ताओं को लीक से हटकर नया समाधान देने के लिए बीपीसीएल के साथ साझेदारी कर काफी प्रसन्न हैं। इस सोल्यूशन से इलेक्ट्रिक वाहन के दाम में कम से कम 50 फीसदी की कटौती होगी और उपभोक्ताओं को बैटरी चार्ज करने और उन्हें बदलने की चिंता नहीं रहेगी। हमें पूरा विश्वास है कि हमारे इस नए सोल्यूशन से इलेक्ट्रिक वाहनों की इंडस्ट्री में क्रांति जाएगी। इससे शहर में कहीं भी आना और यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाना आसान हो जाएगा। इस समाधान से वायुप्रदूषण से राहत मिलेगी, स्वच्छ हवा मिलेगी और पब्लिक को ट्रांसपोर्ट का सस्ता और किफायती साधन मिलेगा। इससे न केवल तेजी से वाहनों के इलेक्ट्रिफिकेशन का मार्ग प्रशस्त होगा बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार भी लोगों को मुहैया कराया जा सकेगा।”

बीपीसीएल के सीएंडएमडी डी. राजकुमार ने काइनेटिक ग्रीन के साथ अपनी साझेदारी पर कहा, “ई-ड्राइव के साथ हम आपसी सहयोग और आधुनिक तकनीक से नया इकोसिस्टम बनाने का प्रयास कर रहे हैं।“ उन्होंने कहा, “हम इस पहल को लेकर काफी उत्साहित हैं, जिससे कंपनी के लिए राजस्व की नई धारा खुल जाएगी। यह संभवतः बीसीसीएल के लिए कारोबार का नया क्षेत्र होगा।”

काइनेटिक और बीपीसीएल ने आईआईटी चेन्नई के सहयोग से यह संपूर्ण आईओटी बेस्ड सिस्टम, लॉक स्मार्ट बैटरी के साथ चार्जिंग के वीबीसीसी प्रोटोकॉल समेत यह सोल्यूशन विकसित किया है। इसमें कई सेफ्टी फीचर्स भी है। ये सिस्टम बैटरी और स्टेशन की निगरानी करता है। यह आईओटी में सक्षम है और इसे ऐप के साथ जोड़ा गया। बैटरी की लोकेशन, एसओसी और परफॉर्मेंस का पता समय रहते ही लगाया जा सकता है। स्मार्ट नेटवर्क यूजर्स को ई-व्हीकल और बैटरी के बारे में सही समय पर फीडबैक उपलब्ध कराती है। ई-ड्राइव में बैटरी सपोर्ट के लिए लिथियम ऑयन बैटरी का उपयोग किया जाता है, जिसे कंपनी ने विकसित किया है। हर बैटरी वजन में 12 किलो की होती है। इसलिए यह आसानी से लगाई जा सकती है और इसे आसानी से निकाला भा जा सकता है। स्टेशन को आधुनिक मॉड्यूलर और इंटेलिजेंट बनाया गया है। यह आपस में जुड़े हैं। इसका मल्टी प्लेटफॉर्म ई-बाइक, ई-ऑटो और ई-रिक्शा के काफी अनुकूल है। एक ई-रिक्शा के 50-60 किमी के सफर के लिए 2 बैटरी या 3 किलो वॉट ऑवर की बैटरी का इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि हाईस्पीड ऑटो के लिए 3 बैटरी का इस्तेमाल किया जाएगा। यह ई-व्हीकल के ड्राइवर को 2 मिनट से भी कम समय में बैटरी को बदलने की इजाजत देता है।