कन्फ्यूजन करें दूर! जानिए Android Auto और Apple CarPlay इंफोटेनमेंट सिस्टम के बीच अंतर
गूगल के ऑटोमोबाइल इंफोटेनमेंट सिस्टम को Android Auto के नाम से जाना जाता है जबकि Apple द्वारा विकसित किए गए इंफ़ोटेनमेंट सिस्टम को Apple CarPlay कहा जाता है। Android और iOS आधारित अन्य उपकरणों की तरह इन इंफ़ोटेनमेंट सिस्टम में भी बहुत सारे अंतर होते हैं।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारत में इस समय एक से बढकर एक एडवांस कारें लॉन्च हो रही हैं, जिसमें कंपनी या तो Android Auto कार प्ले या फिर Apple CarPlay इंफोटेनमेंट सिस्टम ऑफर करती है। आपको बता दें दोनों इंफोटेनमेंट सिस्टम में काफी अंतर होता है। अगर आप भी इन कार प्ले सिस्टम को लेकर हैं कन्फ्यूज्ड तो ये खबर आपके काम की है, जहां आपको इन दोनों के बीच के अंतर के बारे में बताने वाले हैं।
जानिए क्या होता है Android Auto और Apple CarPlay
इन दोनों शब्दों से तो आप वाकिब ही होंगे। हालांकि, बहुत ही कम लोगों को इसके असल मतलब के बारे में पता होता है। बता दें गूगल के ऑटोमोबाइल इंफोटेनमेंट सिस्टम को Android Auto के नाम से जाना जाता है जबकि Apple द्वारा विकसित किए गए इंफ़ोटेनमेंट सिस्टम को Apple CarPlay कहा जाता है।
Navigation सिस्टम
नेविगेशन सिस्टम कार ड्राइवर को सही रास्ता बताने में मदद करता है। CarPlay डिफ़ॉल्ट रूप से Apple मैप्स का उपयोग करता है, लेकिन यूजर्स इसे Google मैप्स पर भी स्विच कर सकते हैं। रास्ता बताने और स्मूथनेस की बात करें तो Google मैप CarPlay में अच्छा काम करता है, हालांकि, इसमें कुछ बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। हालांकि, यह एंड्रॉइड ऑटो की तुलना में कम जानकारी दिखाता है।
वाइस असिस्टेंट
दोनों ही सिस्टम में आवाज सहायक क्रमशः 'OK गूगल' या 'Hey सिरी' शब्द का उपयोग करके ट्रिगर किया जा सकता है। इसके अलावा, एंड्रॉइड ऑटो Google सहायक को बुलाने के लिए एक समर्पित बटन भी प्रदान करता है जो कारप्ले में मौजूद नहीं है।
कॉलिंग सिस्टम
एंड्रॉइड ऑटो में कॉलिंग सिस्टम बेहतरीन है, क्योंकि अगर आपने अपने इंफोटेनमेंट सिस्टम पर नेविगेशन को ऑन किया है और उसी समय आपके पास कॉल आती है तो एंड्रॉइड ऑटो बिना किसी परेशानी के आपको कॉल पिक करने का मौका देता है। इसमें ड्राइवर कॉल और निवेगशन दोनों को आनंद एक ही समय उठा सकते हैं। वहीं CarPlay पर कॉल प्राप्त करना इनकमिंग कॉल इंटरफ़ेस के साथ पूरी स्क्रीन को कवर करता है। यह उपयोगकर्ताओं को मैन्युअल रूप से होम स्क्रीन पर लौटने और नेविगेशन को फिर से लॉन्च करने के लिए मैप्स आइकन पर फिर से टैप करने के लिए मजबूर करता है।