गाड़ी की सेफ्टी के लिए बहुत ही खास है ये डिवाइस, जानें डैशबोर्ड कैमरा लगवाने का स्टेप बॉय स्टेप प्रॉसेस
डैशकैम यानी डैशबोर्ड पर लगे कैमरे का काम गाड़ी चलाते समय आसपास हो रही सभी गतिविधियों पर निगरानी रखना है। इससे कई बार एक्सीडेंट के दौरान आपके पास प्रूफ रहता है जिससे इंश्योरेंस मिलने कोई दिक्कत नहीं होती है। ( pic- credit- Amazon )
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sun, 05 Mar 2023 12:04 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। पिछले कुछ समय से वाहन मालिक कार सेफ्टी को लेकर काफी एक्टिव हो गए हैं। अपनी गाड़ी खरीदते समय लोग शो-रूम में जरूर पूछते हैं कि गाड़ी में कौन-कौन से सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। कई प्रीमियम गाड़ियों में डैशबोर्ड कैमरा फीचर्स आप देख सकते हैं, लेकिन बहुत सी ऐसी भी गाड़ियां हैं, जिसमें ये फीचर्स नहीं मिलते हैं। ऐसे में आप इसको बतौर एक्सेसरीज अपनी गाड़ियों में लगवा सकते हैं। आइये स्टेप बॉय स्टेप गाड़ी में डैशबोर्ड लगवाने के प्रॉसेस के बारे में जानते हैं।
डैशकैम यानी डैशबोर्ड पर लगे कैमरे का काम गाड़ी चलाते समय आसपास हो रही सभी गतिविधियों पर निगरानी रखना है। इससे कई बार एक्सीडेंट के दौरान आपके पास प्रूफ रहता है, जिससे इंश्योरेंस मिलने कोई दिक्कत नहीं होती है। वहीं सेफ्टी के लिहाज से भी फीचर्स अच्छे होते हैं।
डैशबोर्ड को इंस्टॉल करने के लिए फॉलो करें ये स्टेप
- सबसे पहले डैशबोर्ड खरीदने के बाद उसकी बैटरी को चेक करें। क्योंकि, अधिकतर कैमरे में पीछे एक छोटी से बैटरी लगी हुई होती है। बैटरी कम होने की स्थिति में आप उसे चार्ज करने के बाद ही इंस्टॉल करें।
- दूसरे स्टेप में आपको इस चीज का चयन करना होगा कि किस स्पॉट पर डैस्कैम लगाया जाए, जिससे गाड़ी के इंटीरियर का लुक भी खराब न लगे और डैशकैम जहां लगे उससे अंदर बैठकर प्रीमियम वाली फील भी आपको आए।
- सही स्पॉट ढूंढने के बाद आप डैशकैम का जो केबल लेंथ है उसको चेक करें, ताकि आप अंदाजा लगा सकें कि उसकी जो वायरिंग है वह अपने सही जगह तक पहुंच रही है या फिर नहीं। अगर वायर केबल छोटा है तो आप बड़े लेंथ का केबल फिट करवा सकते हैं।
- कई बार कुछ इंस्टॉल करते समय वायर को ऐसे ही खुला छोड़ देते हैं, जिससे गाड़ी के अंदर बिखरे हुए तार अजीब से लगते हैं। ऐसे में जब भी आप कैमरा लगवाएं तो प्रॉपर वायर को किनारे साइड चिपका कर ही वायरिंग करवाएं।
- आखिरी में डैशकैम लगवाने के बाद आप एक बार गाड़ी को एक 2 किलोमीटर चला कर चेक कर ले और उसकी क्लिपिंग की जांच कर ले जब आप सेवर हो जाए तभी आप डैशकैम का प्रयोग करें।