कम है कार का ग्राउंड क्लीयरेंस तो आज ही करें ये काम, मिल जाएगा सभी परेशानियों का हल
अगर आपने एक नई कार खरीद ली है और ग्राउंड क्लीयरेंस के कारण परेशान हैंतो आज हम आपको उससे जुड़ी कुछ खास उपाय बताने जा रहे हैं। जिसे जानकर आपकी ये समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
By Ayushi ChaturvediEdited By: Updated: Sun, 04 Dec 2022 10:35 AM (IST)
नई दिल्ली , ऑटो डेस्क। अगर आप अपने लिए एक नई कार खरीदने जा रहे हैं तो कार में जरुर ये चीज देख लें, कार में ग्राउंड क्लीयरेंस कम होने की वजह से आपको कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण आपकी कार को काफी नुकसान भी हो जाएगा। अगर आपने कार लेते समय इस पर ध्यान नहीं दिया था और अब आपको इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो आज हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जिसे जानकर आप इस परेशानी से कुछ ही मिनटों में निकल जाएंगे।
दरअसल सेडान और हैचबैक कारों का ग्राउंड क्लियरेंस कॉम्पैक्ट एसयूवी के मुकाबले कम होता है। जिन इलाकों में ब्रेकर थोड़े ऊंचे या खराब होते हैं वहां पर इन लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको कार के ग्राउंड क्लीयरेंस बढ़ाने का उपाय बता रहे है जिसे आप 2 - 3 तरह से बढ़ा सकते हैं।
कॉयल स्प्रिंग असिस्टर
कॉयल स्प्रिंग अस्सिस्टर की मदद से आप कार का ग्राउंड क्लीयरेंस बढ़ा सकते हैं। ये सबसे सस्ता और अच्छा तरीका है। असिस्टर को स्प्रिंग कॉयल के बीच में लगाया जा सकता है। इसके बाद ये कॉयल के ट्रैवल को कम कर देता है। जिससे ये हार्ड हो जाते हैं। इससे स्प्रिंग थोड़ी अधिक टफ या हार्ड तरीके से काम करती है। ग्राउंड क्लियरेंस भी थोड़ा बढ़ जाता है। इसको लगाने से ग्राउंड क्लीयरेंस को 10 से 15 एमएम तक बढ़ाया जा सकता है।
स्टीफर सस्पेंशन सेटअप
ग्राउंड क्लीयरेंस को बढ़ाने का दूसरा तरीका ये भी है कि आप स्टीफर सस्पेंशन सेटअप के जरिए बढ़ा सकते हैं। इसको लगाने के लिए कार में कंपनी की ओर से लगाए हुए सस्पेंशन सेटअप को हटा दिया जाता है। इससे कार ऊंचाई 10 से 15 एमएम तक बढ़ा सकते हैं। कार में इस तरह के सेटअप को लगाने के बाद सस्पेंशन हार्ड हो जाता है। जो सॉफ्ट सस्पेंशन के मुकाबले कार का बैलेंस को भी बेहतर बनाता है। इसको लगवाने का खर्च करीब 50 हजार रुपये तक का आ सकता है।बड़े टायर और रिम
अगर आपको अपने कार में ग्राउंड क्लीयरेंस को बढाना है तो कुछ लोग अपने कार में बड़े रिम और बड़े साइज वाले टायर भी लगवा लेते हैं। इसका खर्च भी अधिक बैठता है और इससे कार को नुकासान भी पहुचता है। क्योकि ऐसा करने पर का मौजूदा सस्पेंशन भी खराब भी हो सकता है और ड्राइविंग और कार कंट्रोल से भी जुड़ी दिक्कतें भी झेलनी पड़ती है। हालांकि इससे कार की ऊंचाई को 10 से 12 एमएम तक बढ़ाया जा सकता है।