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Maruti Brezza, Ertiga की बढ़ सकती है वेटिंग पीरियड? जून में कम होगा मारुति की गाड़ियों का प्रोडक्शन

भारत में किफायती कीमत होने के चलते मारुति की गाड़ियों को सबसे अधिक खरीदा जाता है। वहीं कंपनी ने हाल ही में कुछ एडवांस गाड़ियों को भी लॉन्च किया है जिसकी बंपर बुकिंग हुई है। अब ग्राहकों को गाड़ी डिलीवर भी करना है। (जागरण फोटो)

By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Mon, 29 May 2023 08:04 AM (IST)
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जून में कम होगा मारुति की गाड़ियों का प्रोडक्शन
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगर आप मारुति की नई कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो आपको थोड़ा वेटिंग पीरियड का सामना करना पड़ सकता है। वेटिंग पीरियड मॉडल और वेरिएंट के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं। कंपनी का कहना है कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से जून में गाड़ियों का प्रोडक्शन कम हो सकता है। 

कितना है वेटिंग पीरियड?

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी के पास 4 लाख से ज्यादा ऑर्डर पेंडिंग हैं। मारुति ब्रेजा, अर्टिगा और टूर एम की वेटिंग पीरियड लगभग 10 महीने तक की है। अगर आप इन गाड़ियों को खरीदना चाहते हैं तो आपको इंतजार करना पड़ेगा। तीन महीने तक की प्रतीक्षा अवधि वाले मारुति मॉडल में सेलेरियो, एस-प्रेसो, टूर एच3, अल्टी के10, स्विफ्ट और डिजायर शामिल हैं। वहीं सेलेरियो पर सबसे कम वेटिंग पीरियड है।

वेटिंग पीरियड कम करने के लिए कंपनी तेजी से कर रही काम

जैसा कि मारुति इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट के आपूर्ति की कमी से जुझ रही है। ऐसे स्थिति से निपटने के लिए ऑटो प्रमुख अब इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की उपलब्ध आपूर्ति से अपने प्रोडक्शन को अधिकतम करने के तरीकों पर काम कर रही है।

भारत में किफायती कीमत होने के चलते मारुति की गाड़ियों को सबसे अधिक खरीदा जाता है। वहीं कंपनी ने हाल ही में कुछ एडवांस गाड़ियों को भी लॉन्च किया है, जिसकी बंपर बुकिंग हुई है। अब ग्राहकों को गाड़ी डिलीवर भी करना है। कुल मिलाकर, मारुति की गाड़ियों की बढ़ती डिमांड और सेमीकंडक्टर जैसे इलेक्ट्रानिक कंपोनेंट्स की कमी के कारण मारुति का प्रोडक्शन पिछले महीने की तुलना में इस महीने कम हो सकती है।

सेमीकंक्टर की कमी से कंपनी को हो रहा नुकसान

चिप की कमी के कारण, मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने पहले ही अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में लगभग 46,000 इकाइयों का उत्पादन नुकसान देखा है और चालू तिमाही में भी उत्पादन पर कुछ प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।