सेमीकंडक्टर की कमी झेल रही Maruti, 3.69 लाख यूनिट गाड़ियों की डिलीवरी बाकी
चिप की कमी के कारण मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने पहले ही अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में लगभग 46000 इकाइयों का उत्पादन नुकसान देखा है और चालू तिमाही में भी उत्पादन पर कुछ प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। (जागरण फोटो)
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sun, 05 Mar 2023 02:25 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगर आप मारुति की नई गाड़ी खरीदना चाहते हैं तो आपको बढ़ते वेटिंग पीरियड का सामना करना पड़ सकता है। मारुति का कहना है कि आने वाले तीन महीनों तक सेमीकंडक्टर की कमी रहेगी, जिससे कुछ मॉडलों की डिलीवरी में थोड़ा समय लग सकता है।
मारुति बुकिंग संख्या
देश के सबसे बड़े कार निर्माता के पास इस समय 3.69 लाख यूनिट कारों की बुकिंग है, जिसमें केवल अर्टिगा के 94000 गाड़ियों की डिलीवरी करना अभी बाकी है। वहीं ग्रैंड विटारा और ब्रेज़ा जैसे अन्य मॉडलों में क्रमशः लगभग 37,000 और 61,500 इकाइयों का ऑर्डर बैकलॉग है। इसके अलावा, कंपनी को जिम्नी और फ्रोंक्स की बुकिंग करने वाले लोगों की संख्या लगभग क्रमश: 22,000 और 12,000 यूनिट्स है।चिप की कमी के कारण, मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने पहले ही अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में लगभग 46,000 इकाइयों का उत्पादन नुकसान देखा है और चालू तिमाही में भी उत्पादन पर कुछ प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
इन वजहों से बढ़ती है सेमीकंडक्टर की मांग
भारत में किफायती कीमत होने के चलते मारुति की गाड़ियों को सबसे अधिक खरीदा जाता है। वहीं कंपनी ने हाल ही में कुछ एडवांस गाड़ियों को भी लॉन्च किया है, जिसकी बंपर बुकिंग हुई है। अब ग्राहकों को गाड़ी डिलीवर भी करना है। कुल मिलाकर, मारुति की गाड़ियों की बढ़ती डिमांड और सेमीकंडक्टर जैसे इलेक्ट्रानिक कंपोनेंट्स की कमी के कारण मारुति का प्रोडक्शन पिछले महीने की तुलना में इस महीने कम हो सकती है।
मारुति इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट के आपूर्ति की कमी से जुझ रही है। ऐसे स्थिति से निपटने के लिए ऑटो प्रमुख अब इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की उपलब्ध आपूर्ति से अपने प्रोडक्शन को अधिकतम करने के तरीकों पर काम कर रही है।