Maruti Suzuki का 2031 तक सालाना 40 लाख कार बनाने का लक्ष्य, एक-दो नहीं 6 EVs लॉन्च करेगी कंपनी
Maruti Suzuki ने अगले आठ वर्षों में अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए 45000 करोड़ रुपये का भारी निवेश करने की योजना बनाई है। 2031 तक कंपनी का लक्ष्य सालाना 40 लाख कारों का प्रोडक्शन करना है। भारत में सबसे बड़ा कार ब्रांड होने के बावजूद मारुति सुजुकी अभी तक ईवी सेगमेंट में प्रवेश नहीं कर पाई है।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Tue, 29 Aug 2023 04:05 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki ने अगले आठ वर्षों में अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए 45,000 करोड़ रुपये का भारी निवेश करने की योजना बनाई है। मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कथित तौर पर मंगलवार को कहा कि ऑटोमेकर की योजना 2031 तक सालाना 40 लाख कारों का उत्पादन करने की है, जिससे वे उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए निवेश कर रही है।
क्या है कंपनी का लक्ष्य?
भारत में सबसे बड़ा कार ब्रांड होने के बावजूद, मारुति सुजुकी अभी तक ईवी सेगमेंट में प्रवेश नहीं कर पाई है। वहीं, टाटा मोटर्स, हुंडई, एमजी मोटर्स और महिंद्रा के साथ-साथ कई लक्जरी कार ब्रांड पहले ही देश के इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में अपने संबंधित प्रोडक्ट लॉन्च कर चुके हैं।इस बारे में बात करते हुए, भार्गव ने स्वीकार किया कि कंपनी इस सेगमेंट में देर से आई है, लेकिन उनका मानना है कि इससे इस क्षेत्र में पर्याप्त बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की क्षमता को नुकसान पहुंचाकर ब्रांड पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
6 इलेक्ट्रिक कार पेश करेगी मारुति
उन्होंने यह भी कहा कि मारुति सुजुकी का लक्ष्य दशक के अंत तक 6 इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करने का है, जो उसे बाजार में मजबूत स्थिति प्रदान करेगी। उन्होने कहा, "हां, हम ईवी लॉन्च करने में कुछ कंपनियों से पीछे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम बाजार में देर से आए हैं या जब हम 2024-25 में आ रहे हैं, तो हम किसी भी तरह से पर्याप्त बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की अपनी क्षमता को नुकसान पहुंचाएंगे।"
जैसा कि मारुति सुजुकी हरित और स्वच्छ पावरट्रेन प्रौद्योगिकी की ओर बढ़ रही है, यह आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक वाहनों, हाइब्रिड, सीएनजी, इथेनॉल और कंप्रेस्ड बायोगैस सहित नई प्रौद्योगिकियों की एक विस्तृत श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करेगी। इन प्रौद्योगिकियों के बारे में बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि अगले आठ से दस वर्षों में क्या होगा।