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मारुति सुजुकी ने आज से बढ़ा दिए वाहनों के दाम, इतने प्रतिशत महंगी हो गई कारें

मारुति सुजुकी ने आज सोमवार से अपने वाहनों के दाम में वृद्धि की है। कार निर्माता कंपनी ने प्राइस हाइक की घोषणा अप्रैल माह के शुरुआत में की थी। दिल्ली एक्स शोरूम के अनुसार कंपनी ने सभी मॉडलों में 1.3% की औसत वृद्धि की है।

By Sarveshwar PathakEdited By: Updated: Tue, 19 Apr 2022 08:35 AM (IST)
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मारुति सुजुकी ने आज से बढ़ा दिए वाहनों के दाम
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने सोमवार को कहा कि उसने लागत बढ़ने के बीच अपने पूरे मॉडल रेंज की कीमतों में वृद्धि की है। मारुति सुजुकी ने अप्रैल माह के शुरुआत में ही कार की कीमतों में वृद्धि करने का फैसला किया था। कंपनी ने बताया कि विभिन्न मॉडलों के लिए कीमतों की वृद्धि अलग-अलग होगी। ऑटो प्रमुख ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि पिछले एक साल में विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता रहा है।

सभी मॉडलों में 1.3% की औसत वृद्धि
कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि सभी मॉडलों में औसत वृद्धि 1.3% (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है।इसलिए, कंपनी के लिए यह अनिवार्य हो गया है कि उपरोक्त अतिरिक्त लागतों का कुछ प्रभाव ग्राहकों पर मूल्य वृद्धि के माध्यम से दिया जाए। कंपनी ने अप्रैल में कीमतों में वृद्धि करने की योजना बनाई है और विभिन्न मॉडलों के लिए बढ़ोतरी अलग-अलग होगी।

वाहनों की कीमतों में 8.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी
इनपुट लागत में लगातार वृद्धि के कारण MSI ने जनवरी 2021 से मार्च 2022 तक वाहनों की कीमतों में लगभग 8.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। कंपनी घरेलू बाजार में ऑल्टो से लेकर एस-क्रॉस तक कई मॉडल बेचती है। एक अन्य वाहन निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने पूरे मॉडल रेंज की कीमतों में तत्काल प्रभाव से 2.5 प्रतिशत की वृद्धि की है। इसके परिणामस्वरूप मॉडल और वैरिएंट के आधार पर एक्स-शोरूम कीमतों पर 10,000 से ​​63,000 रुपये की वृद्धि होगी। 

क्यों बढ़ गई कारों की कीमतें

आपको बता दें कि यह प्राइस हाइक स्टील, एल्युमीनियम, पैलेडियम आदि प्रमुख वस्तुओं की कीमतों में निरंतर वृद्धि का परिणाम है। एमएंडएम ने कहा कि कंपनी ने प्रभाव को अवशोषित करने के लिए कमोडिटी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि को आंशिक रूप से ऑफसेट करने के लिए आवश्यक पहल की है। मूल्य संशोधन के माध्यम से ग्राहकों को लागत में वृद्धि का न्यूनतम प्रतिशत जारी किया है।