सोशल मीडिया कंपनी मेटा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के बाद मारुति सुजुकी इंडिया के मार्केटिंग एक्सक्यूटिव डायरेक्टर राम सुरेश अकेला ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि अब विज्ञापन के कुल खर्च में डिजिटल का हिस्सा बढ़कर 30 से 32 फीसदी हो गया है। (फाइल फोटो)।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Tue, 09 May 2023 07:24 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी का मानना है कि डिजिटल स्थिरीकरण पर विज्ञापन खर्च का हिस्सा मौजूदा स्तर पर कुल हिस्से का लगभग एक तिहाई है। मारुति सुजुकी इंडिया के मार्केटिंग एक्सक्यूटिव डायरेक्टर, राम सुरेश अकेला ने मुंबई में सोशल मीडिया कंपनी मेटा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम से इतर ये जानकारी दी है। उनका कहना है कि अब कुल खर्च में डिजिटल का हिस्सा बढ़कर 30-32 फीसदी हो गया है। क्या है पूरी खबर, आइए जान लेते हैं।
डिजिटल मीडिया का बढ़ रहा है दायरा
सोशल मीडिया कंपनी मेटा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के बाद
मारुति सुजुकी इंडिया के मार्केटिंग एक्सक्यूटिव डायरेक्टर, राम सुरेश अकेला ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि अब विज्ञापन के कुल खर्च में डिजिटल का हिस्सा बढ़कर 30 से 32 फीसदी हो गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह कुल खर्च में डिजिटल की हिस्सेदारी को स्थिर होते हुए देखते हैं, उन्होंने हां में जवाब दिया। वहीं फरवरी की एक समाचार रिपोर्ट में, कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि वित्त वर्ष 2023 में कंपनी द्वारा कुल विज्ञापन खर्च लगभग 800 करोड़ रुपये होगा, जिसमें से 200 करोड़ रुपये डिजिटल पर खर्च किए जाएंगे।
शॉर्ट वीडियो हैं विज्ञापन का अच्छा विकल्प
अकेला ने कहा कि भले ही डिजिटल का विकास हुआ हो, लेकिन
ऑटोमोबाइल उद्योग के नजरिए से टेलीविजन का पारंपरिक माध्यम एक मार्केटर के लिए काफी प्रासंगिक बना हुआ है। उन्होने डिजिटल के बारे में बोलते हुए कहा कि शॉर्ट फॉर्म वीडियो कंटेट प्रचार का अच्छा विकल्प हो सकता है। अकेला ने बताया कि कंपनी केस-टू-केस आधार पर रीलों पर भी विचार कर रही है। पॉपुलर सोशल मीडिया एप्लिकेशन फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी
मेटा द्वारा रीलों के मोर्चे पर नई शुरुआत को लेकर अकेला ने कहा, वह रीलों पर खर्च को यहां से बढ़ता हुआ देखते हैं।