दुनिया की सबसे महंगी कार ने ली है 84 लोगों की जान, कीमत इतना कि आप लगा नहीं सकते अंदाजा
world Most Expensive Car साल 1954 में इस कार ने 12 रेसों में से 9 जीत कर रेस जीती हैं। साल 1955 ले मैन्स (Le Mans) रेस की दुर्घटना में कार से चालक पियरे लेवेघ और 83 दर्शकों की मौत हो गई थी।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। आप सपने में भी नहीं सोच सकते हैं कि किसी कार की कीमत 1100 करोड़ रुपये हो सकती है। 1100 करोड़ रुपये में तो बहुत कुछ आएगा। दुनिया की सबसे महंगी कार की कीमत क्यों इतनी महंगी है इसके बारे में भी जानकार आप हैरान हो जाओगे। इस ओल्ड कार की खासियत ये है कि इसने 84 लोगों की जान ली है। इस गाड़ी का नाम Mercedes-Benz Silver Arrow 300 SLR है।
कुछ महीने पहले हुई थी निलामी
मर्सिडीज़ बेंज़ 300 एसएलआर (Mercedes-Benz 300 SLR) की रिकॉर्ड कीमत पर नीलामी हुई है। इस नीलामी ने फेरारी 250 GTO (Ferrari 250 GTO) के नीलामी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। जिसे 70 मिलियन डॉलर (542 रुपये) में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया था।
यूके बेस्ड वेबसाइट Hagerty के मुताबिक जर्मन कार मेकर कंपनी मर्सिडीज़ बेंज़ 300 एसएलआर (Mercedes-Benz 300 SLR) रेसिंग कार को 142 मिलियन डॉलर (11,000 करोड़ रुपये) में बिक्री के लिए नीलामी में उपलब्ध कराया गया है। अब यह रिकॉर्ड मर्सिडीज-बेंज 300 SLR उहलेनहॉट कूप (Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe) के नाम हो गया है, जिसे 142 मिलियन डॉलर में बेचा गया है।
कितनी पुरानी है ये गाड़ी
मर्सिडीज-बेंज 300 SLR के केवल दो मॉडल 1950 के दशक में बनाए गए थे, जिसके बाद मर्सिडीज ने 1955 में इस रेसिंग कार को बंद कर दिया था।
इस गाड़ी से 84 लोगों की गई थी जान
इस रेसिंग कार को रेसिंग ट्रैक पर उतारा गया, ऐसी ही एक रेसिंग में 83 लोगों की मौत हो गई थी। साल 1954 में इस कार ने 12 रेसों में से 9 जीत कर रेस जीती हैं। साल 1955 ले मैन्स (Le Mans) रेस की दुर्घटना में कार से चालक पियरे लेवेघ और 83 दर्शकों की मौत हो गई थी।
इंजन
कंपनी ने कार के इन दो हार्डटॉप वेरिएंट का उत्पादन 1955 में रेस छोड़ने के बाद किया था। इसमें 3.0-लीटर का इंजन हैं, जिनकी क्षमता 302 PS की है।