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Zpod: आ गई देश की पहली Self Driving Car, खूबियां जानकर हो जाएंगे फैन

Zpod Self Driving AI Car इसकी अनूठी विशेषताओं में से एक यह है कि इसमें स्टीयरिंग व्हील नहीं है। इसके बजाय यह ट्रैफिक सहित ड्राइविंग स्थितियों का विश्लेषण करने के लिए रणनीतिक रूप से रखे गए हाई-रिजॉल्यूशन कैमरों की एक सीरीज का उपयोग करता है। (फाइल फोटो)।

By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Mon, 05 Jun 2023 05:15 PM (IST)
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Zpod Car Minus Zero unveiled first self driving car of India see detail
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश में ऑटोनोमस कारों का कॉन्सेप्ट अभी शुरुआती चरण में ही है। ऐसे में एक भारतीय स्टार्टअप ने देश की पहली सेल्फ ड्राइविंग कार का अनावरण किया है। बेंगलुरु स्थित AI स्टार्टअप Minus Zero ने zPod का प्रदर्शन किया है। 

ये कॉन्सेप्ट भी विश्व स्तर पर दिखाए गए कुछ अन्य ऑटोनोमस वाहनों की तरह एक टोस्टर के आकार का है। कंपनी का दावा है कि ये कार अपने कैमरा-सेंसर सुइट की बदौलत सभी प्रकार की परिस्थितियों और मौसम में ड्राइव कर सकती है।

बिना स्टीयरिंग व्हील वाली कार!

माइनस जीरो Zpod की सबसे अनूठी विशेषताओं में से एक यह है कि इसमें स्टीयरिंग व्हील नहीं है। इसके बजाय, यह ट्रैफिक सहित ड्राइविंग स्थितियों का विश्लेषण करने के लिए रणनीतिक रूप से रखे गए हाई-रिजॉल्यूशन कैमरों की एक सीरीज का उपयोग करता है।

स्टार्टअप का कहना है कि इस ऑटोनॉमस कार को लेवल 5 ऑटोनॉमी तक बढ़ाया जा सकता है, जो कि एक सेल्फ ड्राइविंग कार में सबसे ज्यादा हो सकता है। कंपनी का कहना है कि लेवल 5 ऑटोनोमस वाली कोई भी कार बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के चलने में सक्षम है।

कैसे करती है काम?

zPod का कैमरा-सेंसर सुइट वाहन के आसपास की वास्तविक समय की छवियों को कैप्चर कर सकता है और उन्हें इसमें एम्बेडेड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम के साथ साझा कर सकता है। इसमें इस्तेमाल की गई AI आना वाली बाधाओं से बचने, वाहन को नेविगेट करने और उसकी गति को नियंत्रित करने में मदद करता है। ये कार सेंसर की वजाय कैमरा तकनीक पर काम करती है। स्टार्टअप का कहना है कि ये ऑटोनोमस वाहन कैंपस के अंदर, जैसे एक संलग्न और नियंत्रित क्षेत्र के भीतर काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

क्या है कंपनी का प्लान?

जानकारी के मुताबिक माइनस जीरो भारतीय सड़कों के लिए उपयुक्त ऑटोनोमस वाहनों को विकसित करने के लिए एआई का उपयोग करने की योजना बना रहा है। कंपनी सार्वजनिक सड़कों सहित अगले दो वर्षों में स्थिर नियामक मानदंडों के साथ विदेशी बाजारों में भी अपने वाहनों का परीक्षण का विस्तार करने पर विचार कर रही है।

इसका उद्देश्य अपने वाहनों में एडवांस ड्राइवर असिस्टेंट सिस्टम (ADAS) को और विकसित करने के लिए अन्य कार निर्माताओं के साथ अपनी तकनीक साझा करना भी है।