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Nitin Gadkari ने संभाला सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार, कैसे रहे पिछले कार्यकाल, जानें डिटेल

केंद्र की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के तौर पर Nitin Gadkari ने अपने मंत्रालय का कार्यभार 12 जून को संभाला। इससे पहले भी वह मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में इसी मंत्रालय की जिम्‍मेदारी को संभाल चुके हैं। अपने पुराने कार्यकालों के दौरान उन्‍होंने किस तरह की उपलब्‍धियों को हासिल किया है। आइए जानते हैं।

By Sameer Goel Edited By: Sameer Goel Updated: Wed, 12 Jun 2024 05:29 PM (IST)
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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार नितिन गडकरी ने संभाला।

ऑटो डेस्‍क, नई दिल्‍ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की जिम्‍मेदारी को एक बार फिर Nitin Gadkari ने संभाल लिया है। इससे पहले भी वह इसी मंत्रालय की जिम्‍मेदारी को संभाल चुके हैं। पिछले कार्यकालों के दौरान गडकरी ने किन बड़ी उपलब्‍धियों को हासिल किया है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।

Nitin Gadkari ने संभाला कार्यभार

नितिन गडकरी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। गडकरी के साथ ही राज्‍य मंत्री अजय टम्टा और हर्ष मल्होत्रा ने भी अपना कार्यभार ग्रहण किया। जिसके बाद गड़करी ने मोदी 3.0 में इस भूमिका को फिर से सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत में तेजी से विश्वस्तरीय और आधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास होगा।

हासिल की कई उपलब्धियां

महाराष्‍ट्र से लोकसभा सासंद के तौर पर आने वाले नितिन गडकरी के नाम वैसे तो कई उपलब्‍धियां हैं। लेकिन उन्‍होंने पिछले कार्यकालों के दौरान 90 हजार किलोमीटर से ज्‍यादा के नेशनल हाइवे और 30 हजार किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण करवाया था। इसके अलावा उन्‍होंने अपने पिछले कार्यकाल में नेशनल हाइवे की विकास दर को बढ़ाकर 30 किलोमीटर प्रति दिन तक पहुंचाने की उपलब्धि को भी हासिल किया है।

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बने नए हाइवे और एक्‍सप्रेसवे

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पिछले कार्यकालों में ही दिल्‍ली-मुंबई एक्‍सप्रेसवे के पहले चरण को भी शुरू किया गया था। इसके साथ ही द्वारका एक्‍सप्रेस वे के पहले चरण, बंगलुरू-मैसूर एक्‍सप्रेस वे और मुंबई में अटल सेतु को भी शुरू किया जा चुका है। इसके साथ ही कई और हाइवे, एक्‍सप्रेस वे जैसी परियोजनाओं को नए कार्यकाल में शुरू किया जाएगा।

EV को किया प्रोत्‍साहित

नितिन गडकरी के पिछले कार्यकालों में ही प्रदूषण को कम करने के लिए पेट्रोल और डीजल के वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्‍साहित किया गया। ईवी को खरीदने के लिए ग्राहकों को सब्सिडी की भी पेशकश की गई। जिसके बाद देश में कई स्‍टार्टअप शुरू हुए और इसका फायदा पर्यावरण को हुआ।

वैकल्पिक ईंधन को भी बढ़ावा

पंरपरागत पेट्रोल और डीजल की जगह फ्लेक्‍स फ्यूल से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा भी नितिन गडकरी के कार्यकाल के दौरान मिला है। देश में 100 फीसदी ईथेनॉल से चलने वाले वाहनों पर कंपनियों की ओर से रिसर्च की जा रही है। लेकिन अभी भारत में 20 फीसदी ईथेनॉल से चलने वाले वाहनों की बिक्री की जा रही है, जिससे प्रदूषण को कम करने के साथ ही पेट्रोल डीजल की खपत को भी कम करने में मदद मिली है।

वाहनों की सुरक्षा

नितिन गडकरी के पिछले कार्यकाल में वाहनों की सुरक्षा पर भी काफी काम किया गया है। वाहनों में कंपनियों की ओर से एयरबैग को नहीं दिया जाता था। लेकिन उनके कार्यकाल में ही वाहनों को एयरबैग के साथ ऑफर किया जाने लगा, जिससे सुरक्षा में बढ़ोतरी हुई। इसके साथ ही वाहनों की सेफ्टी चेक करने के लिए B-NCAP को भी शुरू किया गया है।

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