Ola Electric जल्द शुरू कर सकती है रेंटल सर्विस, Bhavish Aggarwal ने ट्वीट करते हुए जताई संभावना
Ola Electric और Bhavish Aggarwal के लिए यह विचार शुरुआती फेज में है लेकिन निकट भविष्य में ऐसा कुछ हो सकता है। इस साल की शुरुआत में रॉयल एनफील्ड आधिकारिक तौर पर किराये के कारोबार में प्रवेश करने वाली पहली दोपहिया निर्माता बन गई। ओला इलेक्ट्रिक किराये के व्यवसाय की व्यवहार्यता को समझने के लिए RE के बिजनेस मॉडल को स्टडी करके कुछ नया सोच सकती है।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Mon, 01 Jan 2024 08:00 PM (IST)
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। Ola Electric के पास Electric Mobility Space के लिए बड़ी योजनाएं हैं और इसका अगला वेंचर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर को रेंट पर देना हो सकता है। इसको लेकर Bhavish Aggarwal ने हाल ही में एक ट्वीट किया है। Ola के को-फाउंडर भाविश अग्रवाल ने एक पोस्ट करते हुए बताया कि उन्होने गोवा में राइड करने के लिए एक S1 Pro किराए पर लिया।
Rented an Ola S1 Pro in Goa and driving around. So much fun! pic.twitter.com/DvEJJMfGLS
— Bhavish Aggarwal (@bhash) December 29, 2023
Ola Electric और Bhavish Aggarwal के लिए यह विचार शुरुआती फेज में है, लेकिन निकट भविष्य में ऐसा कुछ हो सकता है। इस साल की शुरुआत में, रॉयल एनफील्ड आधिकारिक तौर पर किराये के कारोबार में प्रवेश करने वाली पहली दोपहिया निर्माता बन गई। चेन्नई स्थित मोटरसाइकिल निर्माता ने 40 से अधिक मोटरसाइकिल रेंटल ऑपरेटरों के माध्यम से देश भर के 25 शहरों में अपने रेंट प्रोग्राम की घोषणा की है। कंपनी ने यह भी खुलासा किया है कि उसके पास 300 से अधिक मोटरसाइकिलें होंगी।
यह भी पढ़ें- 2024 में लॉन्च किए जाएंगे ये दोपहिया वाहन, Ather 450 Apex और TVS iQube ST सहित ये नाम शामिल
RE का बिजनेस मॉडल करेगा मदद
ओला इलेक्ट्रिक किराये के व्यवसाय की व्यवहार्यता को समझने के लिए RE के बिजनेस मॉडल को स्टडी करके कुछ नया सोच सकती है। दोपहिया वाहन किराए पर लेना पर्यटन स्थलों में विशेष रूप से लोकप्रिय है। खासकर गोवा, पांडिचेरी, मनाली जैसे शहरों में ये कापी पॉपुलर है। किराये के व्यवसाय में भी अभी सीमित कंपनियां हैं, ऐसे में Ola को इलेक्ट्रिक वाहन होने का फायदा मिल सकता है।
Ola Electric की बढ़ेंगी पहुंच
इस कदम से ओला इलेक्ट्रिक को अपने मॉडलों को किफायती कीमतों पर जनता तक पहुंचाने की भी अनुमति मिलेगी। कंपनी इस सेवा को अपने मोबाइल ऐप में एकीकृत करने पर भी विचार कर सकती है,जिससे यूजर्स कुछ घंटों या कई दिनों तक ई-स्कूटर को बिना किसी बाधा के किराए पर ले सकेंगे। हालांकि इसको लेकर कोई खास जानकारी अभी तक नहीं आई है।
यह भी पढ़ें- दिल्ली सरकार ने Electric Vehicle Policy को 31 मार्च 2024 तक बढ़ाया, ग्राहकों को मिलता रहेगा सब्सिडी का लाभ