बड़े शहरों में नहीं यहां पर है Tata की दमदार गाड़ियों की मांग, जानें किस सेगमेंट का कैसा है प्रदर्शन
देश की प्रमुख कार निर्माता Tata Motors की ओर से कई बेहतरीन कारों और एसयूवी को ऑफर किया जाता है। लेकिन कंपनी की कारों को बड़े शहरों से ज्यादा किस जगह पसंद किया जा रहा है। किस तकनीक की कारें ग्राहकों की पसंद बन रही हैं। बिक्री को लेकर कंपनी की ओर से किस तरह की जानकारी को दिया गया है। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत की प्रमुख वाहन निर्माता Tata Motors आईसीई, सीएनजी और इलेक्ट्रिक सेगमेंट में वाहनों को ऑफर करती है। कंपनी हर राज्य में अपना विस्तार कर रही है, जिसका फायदा बिक्री के मामले में मिल रहा है। देश के बड़े शहरों की जगह कंपनी के वाहनों की कहां पर सबसे ज्यादा मांग है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
कैसा रहा प्रदर्शन
टाटा मोटर्स की ओर से जानकारी दी गई है कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान काफी अच्छी बिक्री की है। कंपनी को देश के बड़े शहरों से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिक्रिया मिली है। शहरों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कंपनी ने कुल बिक्री की 40 फीसदी यूनिट्स को डिलीवर किया है। खास बात यह है कि टाटा की कारों और एसयूवी की फॉरएवर रेंज को ग्रामीण इलाकों में काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है और इस रेंज में पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या 70 फीसदी है। ग्रामीण क्षेत्रों में कंपनी की एसयूवी की बिक्री 35 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो गई है।
यह भी पढ़ें- Vehicle Sale: May 2024 में बढ़ी यात्री वाहनों की बिक्री, अन्य सेगमेंट का कैसा रहा हाल, जानें डिटेल
किस तकनीक की कारों की ज्यादा मांग
कंपनी के मुताबिक वैकल्पिक ईंधन के सेगमेंट म कंपनी सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ऑफर करती है। इस तकनीक वाले वाहनों की बिक्री ग्रामीण क्षेत्रों में साल 2022 के दौरान सिर्फ पांच फीसदी थी, जो अब 2024 में बढ़कर 23 फीसदी तक पहुंच गई है। ग्रामीण बाजारों में सीएनजी वाहनों की बिक्री 16 फीसदी तक पहुंच गई है। इसके अलावा ग्राहक मैनुअल ट्रांसमिशन की जगह एएमटी और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाले मॉडल्स को भी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बीते वित्त वर्ष के मुुकाबले 14 फीसदी की ग्रोथ एएमटी और ऑटो ट्रांसमिशन में हुई है।
क्या हैं कारण
कंपनी के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री में सुधार होने का मुख्य कारण नेटवर्क विस्तार करना है। वित्त वर्ष 2021 में ग्रामीण क्षेत्रों में सिर्फ 517 आउटलेट थे, जिनकी संख्या अब 850 से ज्यादा है और करीब 260 वर्कशॉप हैं। इसके साथ ही कंपनी की ओर से 135 एक्सपीरियंस वैन मोबाइल शोरूम की तरह काम कर रहे हैं। कंपनी की ओर से डोर टू डोर सुविधा को भी दिया जा रहा है, जिससे तेजी से शिकायतों को खत्म किया जा रहा है। इनके अलावा कंपनी बेहतर फाइनेंस स्कीम और सरपंच, ग्राम स्तरीय उद्यमों के साथ ही कॉमन सर्विस सेंटर के साथ मिलकर काम कर रही है, जिसका फायदा उनको मिल रहा है।
यह भी पढ़ें- देश की पहली CNG Bike के लिए अब करना होगा ज्यादा इंतजार, जानें अब कब होगी लॉन्च