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BYD से पिछड़ने के बाद Tesla की बढ़ी टेंशन, Sales Growth को बेहतर करने के लिए EV निर्माता ने बनाया ये प्लान

Elon Musk के स्वामित्व वाली Tesla अगले साल यानी 2025 की दूसरी छमाही से अपनी Texas Facility में अगली पीढ़ी के ईवी का निर्माण करने पर विचार कर रही है। खुद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के मुताबिक बदलाव में थोड़ा समय लगेगा और चिंता इसलिए बढ़ी हैं क्योंकि ईवी की मांग में थोड़ी सी कमी आई है। आइए पूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।

By Ram Mohan Mishra Edited By: Ram Mohan Mishra Updated: Thu, 25 Jan 2024 03:30 PM (IST)
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BYD से पिछड़ने के बाद Tesla की टेंशन बढ़ गई है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में शुमार Tesla इन दिनों मुसीबत में है। दरअसल इलेक्ट्रिक कार निर्माता के सामने साल 2024 में उत्पादन के पैमाने को बढ़ाने में बाधाओं से लेकर इस साल 12 महीनों के दौरान बिक्री वृद्धि में कमी की संभावना जैसी चुनौतियां शामिल हैं।

EV की मांग में गिरावट 

Elon Musk के स्वामित्व वाली Tesla अगले साल यानी 2025 की दूसरी छमाही से अपनी Texas Facility में अगली पीढ़ी के ईवी का निर्माण करने पर विचार कर रही है। ये मुख्य रूप से नई प्रौद्योगिकियों की संख्या के कारण है, जिन्हें शामिल करने की योजना बनाई जा रही है।

खुद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के मुताबिक, बदलाव में थोड़ा समय लगेगा और चिंता इसलिए बढ़ी हैं, क्योंकि ईवी की मांग में थोड़ी सी कमी आई है।

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चौथी तिमाही में घटा ग्रॉस मार्जिन

Tesla ने चौथी तिमाही में अपने ग्रॉस मार्जिन में कमी की सूचना दी है और भविष्य में पहले की गणना की तुलना में कम बिक्री होने की बात भी स्वीकारी है।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी लगभग 2.2 मिलियन ईवी बेचने में कामयाब होगी, जो 2023 के आंकड़ों से लगभग 21 प्रतिशत अधिक हो सकती है।

चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे प्रमुख ईवी बाजारों में प्रतिद्वंद्वियों द्वारा बहुत आक्रामक मूल्य पर EV सेल करने से मार्जिन में भी कमी आने वाली है।

थम गया Tesla का विजयरथ

चीन की BYD ने हाल ही में उत्पादन के मामले में 2023 की अंतिम तिमाही में Tesla को पीछे छोड़ दिया है। वह अपनी बढ़त बरकरार रखने के लिए पूरी तरह तैयार है।

इसके पक्ष में काम करने वाला एक प्रमुख कारक यह है कि जहां इसने चीन के अंदर बहुत मजबूत स्थिति बना ली है, वहीं अब यह विदेशों के कई प्रमुख बाजारों में भी अपने पैर फैला रहा है।

दबाव डाला जा रहा है और टेस्ला को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।

विदेशी बाजारों से उम्मीद 

टेस्ला भारत सहित नए बाजारों में प्रवेश करने पर भी विचार कर रही है। कंपनी दुनियाभर में अपनी नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इस रणनीति से कंपनी को उत्पादन में मंदी से राहत मिल सकती है।

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