TESLA लगाएगी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सुपरचार्जर, ऐप या वेबसाइट की मदद से ढूंढ सकेंगे चार्जिंग प्वाइंट
टेस्ला के साथ-साथ जनरल मोटर्स ईवीजीओ पायलट हर्ट्ज और अन्य कंपनियां भी अगले दो सालों में हजारों सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों के नेटवर्क का विस्तार करेगी। टेस्ला ऐप या वेबसाइट का इस्तेमाल करके इन स्टेशनों तक पहुंच सकेंगे। (जागरण फोटो)
By Ayushi ChaturvediEdited By: Ayushi ChaturvediUpdated: Thu, 16 Feb 2023 08:32 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। बाइडेन प्रशासन ने बुधवार को राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक वाहन चार्जर नेटवर्क पर लंबे समय से प्रतीक्षित नियम जारी किए। ईवी की तेज चार्जिंग को सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला लिया गया है। लेकिन इसने दिग्गज इलेक्ट्रिक कार कम्पनी टेस्ला की मुश्किलें बढ़ गई हैं। व्हाइट हाउस टेस्ला सुपरचार्जर्स सहित EV चार्जिंग स्टेशनों के बढ़ते नेटवर्क तक निर्बाध पहुंच प्रदान करना चाहता है।
इस नेटवर्क के लिए अमेरिकी सरकार कंपनियों को 7.5 बिलियन डॉलर देने की योजना बना रही है। जो कंपनियां इस फंड में दावा कर रही हैं, उन्हें चार्जिंग कनेक्टर्स के लिए यूएस मानक को अपनाना पड़ेगा। इसे संयुक्त चार्जिंग सिस्टम या CCS के रूप में जाना जाता है और स्मार्टफोन के अनुकूल मानकीकृत भुगतान विकल्पों का उपयोग करना चाहिए।फैसले के तहत अब इलेक्ट्रिक कार की दिग्गज कंपनी टेस्ला कंपनी चार्जिंग स्टेशनों की चेन लगाएगी।
2024 के अंत तक टेस्ला के सुपरचार्जर स्थापित होंगे
2024 के अंत तक टेस्ला के सुपरचार्जर और डेस्टिनेशन चार्जर नेटवर्क से गैर-टेस्ला ईवीएस के लिए कम से कम 7,500 चार्जर उपलब्ध कराए जाएंगे। अमेरिका के सबसे बड़े और विश्वसनीय चार्जिंग नेटवर्क को सभी ड्राइवरों के लिए खोलने की योजना इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी और ये एक गेम -चेंजर भी साबित होगी।
ईवी का इस्तेमाल काफी आसान
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा है कि अमेरिकी सड़क अब इलेक्ट्रिक होगी। जल्द ही अपनी कार को चार्ज करना पेट्रोल भरवाने जितना आसान हो जाएगा। जितना समय एक गैस स्टेशन पर लगता है, उतना ही समय ईवी को चार्ज करने में लगेगा।ईवी चार्जिंग नेटवर्क से मिलेगी ये सुविधा
टेस्ला के चार्जिंग नेटवर्क को खोलने की योजना व्हाइट हाउस की उस योजना का हिस्सा है, ईवी चार्जिंग नेटवर्क सभी अमेरिकियों के लिए सुविधाजनक और विश्वसनीय बनाने में काम कर रहा है, ताकि लोग इसपर अधिक भरोसा करें, इसमें लंबी दूरी की ड्राइविंग भी शामिल है। इसके कारण हर कोई नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस कार को चलाते हैं और किस राज्य में चार्ज करते हैं।