बैटरी सुरक्षा के नए नियम को लागू होने में हो सकती है देरी, EV कंपनियों ने मांगा 4-5 महीने का टाइम
इन परिवर्तनों को लागू करने के लिए पर्याप्त समय चाहिए। फिर से परीक्षण किए जाने से पहले बैटरी पैक को फिर से डिज़ाइन और पुन इंजीनियर करना होगा। नए ईवी बैटरी मानकों पर आधिकारिक अधिसूचना 3 सितंबर को आई थी।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगले महीने की 1 तारीख से यानी 1 अक्टूबर से ईवी बैटरी के लिए नया नियम लागू होना तय है। हालांकि, कई वाहन निर्माण करने वाली कंपनियां इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं और इसके लिए थोड़ा समय मांग रही हैं। बता दें, अधिसूचना लागू करने के 4 सप्ताह के भीतर इस नए नियमों का पालन करना था, जो किसी भी ईवी निर्माता के लिए बेहद कम समय है। हो सकता है सरकार कंपनियों को 4-5 महीने का टाइम दे दे।
सरकार अपने फैसले पर कर सकती है विचार
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वाहन निर्माण करने वाली कंपनियां सरकार से कुछ समय की मोहलत मांग रही हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो समय सीमा को बढ़ाने के लिए राजी भी हो गई है। खूब सोचविचार के बाद इंडस्ट्री AIS-156 Rev-2 आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन को शामिल करने के लिए 31 मार्च, 2023 तक और बैटरी पैक के पुन: होमोलोगेशन को पूरा करने के लिए 31 अगस्त, 2023 तक का समय मांग रहा है।
मांग पूरा न होने के ये हो सकते हैं कारण
दरअसल, ईवी कंपनियों की मांग इसलिए भी पूरी नहीं हो सकती है, क्योंकि अधिकारी चाहते हैं कि गर्मी से पहले इन नए नियमों के अनुसार बैटरी बने, ताकि इससे पहले गर्मी के महीने में ईवी में आग लगने जैसी घटनाओं से सीख लेते हुए समय अनुसार इसपर अंकुश लगाया जा सके।
बड़ी कंपनियों ने भी मांगी मोहलत
हीरो इलेक्ट्रिक, टाटा मोटर्स, काइनेटिक ग्रीन एनर्जी के साथ-साथ कई बैटरी कंपनियों सहित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं ने कहा कि उन्हें इन परिवर्तनों को लागू करने के लिए पर्याप्त समय चाहिए। फिर से परीक्षण किए जाने से पहले बैटरी पैक को फिर से डिज़ाइन और पुन: इंजीनियर करना होगा। नए ईवी बैटरी मानकों पर आधिकारिक अधिसूचना 3 सितंबर को आई, जिसने सभी संशोधन करने के लिए कंपनियों को केवल चार सप्ताह का समय दिया।