ये तीन Expressway बदल देंगे बिहार की सूरत, 20 से ज्यादा जिले होंगे कनेक्ट
भारत में लगातार सड़कों का नेटवर्क बेहतर हो रहा है। कई राज्यों में नए हाइवे और एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। इसका फायदा बिहार को भी मिल रहा है। बिहार में ऐसे एक्सप्रेस वे (Expressway In Bihar) बनाए जा रहे हैं जो 20 से ज्यादा जिलों को आपस में जोड़ देंगे। इनसे किन जिलों को आपस में जोड़ा जा रहा है। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय लगातार देश के कई राज्यों में सड़कों की कनेक्टिविटी को बेहतर कर रहा है। इसी क्रम में बिहार में भी हाइवे और Expressway का नेटवर्क बढ़ाया जा रहा है। राज्य में कुछ ऐसे एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं, जिनके जरिए 20 से ज्यादा जिलों को जोड़ा जा रहा है। यह एक्सप्रेस वे (Upcoming Expressways in Bihar) कौन से हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
Gorakhpur-Siliguri Expressway
उत्तर प्रदेश के गोरखुपर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के बीच नए एक्सप्रेस वे पर काम किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस का बड़ा फायदा बिहार जैसे पूर्वी भारत के राज्य को होगा। बिहार के 10 से ज्यादा जिलों से यह एक्सप्रेस निकल रहा है, जिसमें गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, मोतिहारी, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, फारबिसगंज, अररिया और किशनगंज शामिल हैं। कुल 519 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे का 416 किलोमीटर लंबा हिस्सा बिहार से निकल रहा है। इसे करीब 32 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है और इसे 2025 तक पूरा किया जा सकता है।
Varanasi-Kolkata Expressway
उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शुरू होकर पश्चिम बंगाल के कोलकाता तक एक और एक्सप्रेस वे को बनाया जा रहा है, जिसका एक हिस्सा बिहार से होकर गुजरेगा। 610 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे को 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है और इसे 2026 या 2027 तक पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है। बिहार में इसका करीब 187 किलोमीटर लंबा हिस्सा होगा। जिससे कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास और गया जिले को जोड़ा जा सकेगा।यह भी पढ़ें- कार के साथ हो जाए हादसा तो किन कारणों से नहीं मिलता Insurance Claim, जानें पूरी डिटेल