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सड़क बनाने में कचरे का इस्तेमाल करने की नीति को अंतिम रूप दे रहा है परिवहन मंत्रालय: नितिन गडकरी

इलेक्ट्रिक हाईवे वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन को उसी तरह से पूरा करते हैं जैसे रेलवे के लिए किया जाता है। यह स्वीडन और नॉर्वे जैसे देशों के टेक्नोलोजी पर बेस्ड है। इसमें इलेक्ट्रिक केबलों का प्रावधान शामिल है। फिलहाल मंत्रालय विभिन्न तकनीकों का मूल्यांकन कर रहा है।दिल्ली और जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक राजमार्ग विकसित करने पर काम भी कर रही है।

By Ayushi ChaturvediEdited By: Ayushi ChaturvediUpdated: Thu, 28 Sep 2023 03:27 PM (IST)
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परिवहन मंत्रालय कचरे का इस्तेमाल करने की नीति को अंतिम रूप दे रहा है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि उनका मंत्रालय सड़क निर्माण में नगर पालिका कचरे के इस्तेमाल के लिए एक नीति को अंतिम रूप दे रहा है। आपको बता दें, इसपर नितिन गडकरी ने आगे कहा कि सरकार जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल नहीं करने के लिए निर्माण उपकरण निर्माताओं को प्रोत्साहन देने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा, "हम सड़क निर्माण में नगर निगम के कचरे का उपयोग करने की नीति को अंतिम रूप दे रहे हैं।"

कार्बन मुक्त करने के लिए कई पहल की हैं

इसपर गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने परिवहन क्षेत्र को कार्बन मुक्त करने के लिए कई पहल की हैं और सरकार दिल्ली और जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक राजमार्ग विकसित करने पर काम भी कर रही है।

स्वीडन और नॉर्वे जैसे देशों के टेक्नोलोजी पर बेस्ड है

इलेक्ट्रिक हाईवे वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन को उसी तरह से पूरा करते हैं जैसे रेलवे के लिए किया जाता है। यह स्वीडन और नॉर्वे जैसे देशों के टेक्नोलोजी पर बेस्ड है। इसमें इलेक्ट्रिक केबलों का प्रावधान शामिल है, जिसका इस्तेमाल ऐसे वाहन द्वारा किया जा सकता है जो इस प्रकार की प्रौद्योगिकी को पूरा करता है। वाहन अपने ट्रैक्शन के लिए इस केबल से बिजली का इस्तेमाल करेगी। फिलहाल मंत्रालय विभिन्न तकनीकों का मूल्यांकन कर रहा है।

देशभर के कचरे को सड़क बनाने में इस्तेमाल करना

केंद्रीय परिवहन मंत्री 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर एक पॉलिसी भी लेकर आ रहे हैं। जिसमें देशभर के कचरे को सड़क बनाने में इस्तेमाल करने की नीति तैयार करेंगे। इसके कारण स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही दिल्ली में 65 हजार करोड़ रुपये के काम कर रहे हैं जो दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

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