Air vs liquid vs oil Cooled Engine: जानें इन तीनों इंजन ऑप्शन में कितना अंतर
एयर-कूल्ड इंजन मोटर को ठंडा करने में हवा का इस्तेमाल करता है। इस इंजन में पंख होता है जो इंजन के चारों ओर हवा को फैलाने में मदद करता है जिससे गर्मी फैलाने में मदद मिलती है। तीन प्रकार के इंजन में एयर कूल्ड इंजन सबसे हल्का होता है क्योंकि इसमें रेडिएटर जैसे कई भाग नहीं होते है और ये तीन में सबसे अधिक लागत वाला इंजन होता है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। आपके बाइक का इंजन किस प्रकार का है क्या आपको इसके बारे में पता है? दरअसल इंजन कई प्रकार के होते हैं, जिसमें Liquid-cooled, Air-cooled, Oil-cooled इंजन शामिल है। आइये जानते हैं इन तीनों इंजन में क्या होता है खास और इनमें क्या होता है अंतर।
Liquid-cooled engine
Liquid-cooled engine की बात करें तो ये कारों और ट्रकों, मोटरसाइकिलों, एटीवी और सभी मोटर में क्विड-कूल्ड इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। सिस्टम लिक्विड कूल्ड का इस्तेमाल करता है। जिसे बाहर की और रेडिएटर की मदद से ठंडा किया जाता है। सेटअप में एक रेडिएटर फैन है जो लगातार एक पंप के साथ चलता है। ये इंजन को गर्म टेम्प्रेचर पर बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है, जिससे मोटर की लाइफ अधिक लंबी होती है। इससे इंजन भी ओवरहीट नहीं होता है।
Air-cooled engine
अब बात करते हैं एयर कूल्ड इंजन के बारे में। एयर-कूल्ड इंजन मोटर को ठंडा करने में हवा का इस्तेमाल करता है। इस इंजन में पंख होता है जो इंजन के चारों ओर हवा को फैलाने में मदद करता है जिससे गर्मी फैलाने में मदद मिलती है। तीन प्रकार के इंजन में एयर कूल्ड इंजन सबसे हल्का होता है, क्योंकि इसमें रेडिएटर जैसे कई भाग नहीं होते है, और ये तीन में सबसे अधिक लागत वाला इंजन होता है। भारत में बिकने वाले अधिकतर मोटरसाइकिलों में एयर कूल्ड इंजन का उपयोग होता है।
Oil-cooled engine
ऑयल-कूल्ड इंजन एयर कूल्ड इंजन के समान ही है, क्योंकि ये चैनल एयर के लिए कूलिंग फिन्स को बरकरार रखता है। हालांकि इसमें बाहर की ओर माउंटेड एक छोटा ऑयल-कूलर भी मिलता है। जो इंजन ऑयल को एयर कूलिंग पास करने में मदद करता है। इसे रेडिएटर की मदद से गर्म इंजन ऑयल दिया जाता है, जो तेल को ठंडा करने के लिए हवा का इस्तेमाल करता है फिर इसे इंजन में वापस पंप किया जाता है।