कहीं लोकल मेकैनिक के ठगी का न हो जाएं शिकार, जानें कितने प्रकार के होते हैं इंजन ऑयल
इंजन ऑयल बनाने वाली कई ब्रांड्स आपको इंडियन मार्केट में दिख जाएंगे। इस समय भारत में अधिकतर 2 प्रकार के इंजन ऑयल सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाते हैं जिसमें सिंथेटिक इंजन ऑयल सेमी-सिंथेटिक इंजन ऑयल शामिल हैं। अगर आपकी इंजन ऑयल के बारे में जानकारी अच्छी रहती है तो आप गाड़ी सर्विसिंग करवाते समय ठगी का शिकार होने से बच जाएंगे।
By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Sun, 13 Aug 2023 08:25 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। बहुत से लोगों को इंजन ऑयल के बारे में कम जानकारी होती है, जिसके चलते लोकल मेकैनिक उनको ठग लेते हैं। दरअसल जब आप सर्विस सेंटर से बाहर लोकल मेकैनिक से गाड़ी की सर्विसिंग करवाते हैं तो वह पैसे बचाने के चक्कर में गलत इंजन ऑयल डाल देता है। ऐसे में आपके गाड़ी का इंजन आगे चलकर खराब हो सकता है। आइये डिटेल में जानते हैं इंजन ऑयल के बारे में
इंजन ऑयल में क्यों प्रयोग होते हैं एडिटिव्स?
सारे इंजन ऑयल में एडिटिव्स डालना मेंडेटरी है। इंजन ऑयल को अच्छा बनाने के लिए कंपनियां उसमें एडिटिव्स का इस्तेमाल करती है। इससे इंजन ऑयल और भी प्रभावी बनते हैं। इंजन के तेल में एंटी-फोमिंग एजेंट, जिंक, फास्फोरस और कुछ सल्फर माल्यूकल एसिड मिलाए जाते हैं। ये सभी इंजन के हिस्सों के बीच घर्षण और ऑक्सीकरण के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं।
कितने प्रकार के होते हैं इंजन ऑयल
इंजन ऑयल बनाने वाली कई ब्रांड्स आपको इंडियन मार्केट में दिख जाएंगे। इस समय भारत में अधिकतर 2 प्रकार के इंजन ऑयल सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाते हैं, जिसमें सिंथेटिक इंजन ऑयल, सेमी-सिंथेटिक इंजन ऑयल शामिल हैं।सेमी-सिंथेटिक इंजन तेल
मिनरल ऑयल सिंथेटिक इंजन ऑयल की तुलना में काफी सस्ता होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए निर्माताओं ने मिनरल और सिंथेटिक इंजन ऑयल के बीच एक संतुलन बनाने के लिए सेमी-सिंथेटिक को पेश किया। सेमी-सिंथेटिक में 30 फीसद तक सिंथेटिक इंजन तेल के एक मिश्रण का उपयोग किया जाता है। जो लागत कम करने के साथ आपकी जेब पर भी असर नहीं डालता है।
सिंथेटिक इंजन ऑयल
आधुनिक इंजन ऑयल अब पहले से अधिक रिफाइंड होते हैं, यही कारण है कि सिंथेटिक इंजन ऑयल के फायदे ज्यादा होते हैं। सिंथेटिक इंजन ऑयल अन्य की तुलना में ज्यादा लंबा चलता है, और यह गाढ़ा भी ज्यादा होता है। इसी के चलते यह इंजन में पिस्टन के घर्षण को कम कर देता है, और इसके इस्तेमाल से इंजन की अधिकतम पावर का इस्तेमाल किया जा सकता है।