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Types Of Gearbox: कितने प्रकार के होते हैं गियरबॉक्स? आसान भाषा में समझें

कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन (सीवीटी) गियरबॉक्स को स्टील गियर की जगह पर बेल्ट या पुली का यूज किया जाता है कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन आसानी से गियर बदलने में मदद करता है इसमें कई तरह के रेशियो दिए गए हैं जिसके हिसाब से आप गियर चेंज कर सकते हैं। गियर का रेशियो इंजन स्पीड व आरपीएम पर डेपेंड होता है। (जागरण फोटो)

By Atul YadavEdited By: Atul YadavUpdated: Mon, 03 Jul 2023 08:00 PM (IST)
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कई प्रकार के होते गियरबॉक्स, यहां जानें
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जैसे-जैसे ऑटो सेक्टर में टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है। वैसे-वैसे इस सेक्टर में गाड़ी के फीचर से लेकर इंजन तक नए-नए एडवांसमेंट देखने को मिल रहे हैं। बहुत सारे लोगों को लगता है कि केवल मैन्युअल और ऑटोमैटिक गियर से लैस गाड़ियां आती हैं। ऐसा नहीं है, इस समय इंडियन मार्केट में 5-6 प्रकार की गियरबॉक्स से लैस गाड़ियां बिकती हैं, जिसका जिक्र हम इस खबर के माध्यम से करने जा रहे हैं, ताकि आपकी कन्फ्यूजन दूर हो जाए।

1. मैन्युअल गियरबॉक्स

हम मे से बहुत से लोग होंगे, जिन्होंने मैन्युअल गियरबॉक्स वाली गाड़ियों से ड्राइविंग की शुरुआत की होगी। मैन्युअल गियरबॉक्स वाली गाड़ियां अधिकतर किफायती कीमत में आने वाली गाड़ियों या फिर बेस मॉडल में देखने को मिलती हैं। इन गाड़ियों में ड्राइवर खुद से गियर स्टिक के सहारे गियर चेंज करते हैं, वहीं इस मोड में ड्राइवर गियर बदलने के लिए क्लच पैडल का उपयोग करते है।

2. ऑटोमेटिक गियरबॉक्स

इस समय प्रत्येक इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और आईसीई इंजन वाली कारों में आपको ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से लैस गाड़ियों को खरीदने का ऑप्शन मिल जाएगा। ऑटोमैटिक गियरबॉक्स में गियर को चेंज करने के लिए क्लच की जगह हाईड्रालिक फ्ल्युइड कपलिंग व टार्क कन्वर्टर का इस्तेमाल किया जाता है। हाईड्रालिक फ्ल्युइड कपलिंग इंजन से सीधे कनेक्ट रहता है, जिसे टैप करने के बाद गियर बदल जाता है वाहन स्मूथ आगे बढ़ने लगता है।

3. ऑटोमेटेड-मैन्युअल ट्रांसमिशन (एएमटी)

ऑटोमेटेड-मैन्युअल ट्रांसमिशन (एएमटी) गियरबॉक्स को कई बार सेमी-ऑटोमेटिक गियरबॉक्स भी कहा जाता है। इसमें रेग्युलर क्लच व गियर कंफिगरेशन का यूज होता है, लेकिन इसके साथ ही सेंसर, एक्ट्युटेटर, प्रोसेसर व न्यूमेटिक का उपयोग किया जाता है। इस तरह के गियरबॉक्स को लंबी दूरी पर अधिक माइलेज के लिए जाना जाता है।

4. इंटेलीजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन (आईएमटी)

इंटेलीजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन (आईएमटी) सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें मैनुअली क्लच को ऑपरेट करने की जरूरत नहीं पड़ती है, जो कि शहर में ट्रैफिक के दौरान ड्राइविंग में आपकी चिंता कम कर देता है। आईएमटी एक मैन्युअल गियरबॉक्स है जिसे इस तरह मॉडिफाई किया गया है कि ड्राईवर से क्लच इनपुट की जरूरत नहीं पड़ती है। यह गियरबॉक्स ट्रांसमिशन कंट्रोल यूनिट (टीसीयू) को जानकारी दे देता है कि ड्राईवर कब गियर बदलने वाला है।

5. डुअल क्लच ट्रांसमिशन (डीसीटी)

डुअल क्लच ट्रांसमिशन (डीसीटी) की गियरबॉक्स करें तो, इसे आप ऑटोमेटिक व मैन्युअल ट्रांशमिशन का कॉम्बिनेशन बोल सकते हैं। हालांकि, इसमें एक चीज जो मिसिंग है, वो है टार्क कन्वर्टर। इस गियरबॉक्स में टॉर्क कन्वर्टर की जगह आपको गियर बदलने के लिए क्लच के साथ दो अलग शाफ्ट मिलेगा।

6. कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन (सीवीटी)

कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन (सीवीटी) गियरबॉक्स को स्टील गियर की जगह पर बेल्ट या पुली का यूज किया जाता है, कंटिन्यूस्ली वैरिबल ट्रांसमिशन आसानी से गियर बदलने में मदद करता है, इसमें कई तरह के रेशियो दिए गए हैं, जिसके हिसाब से आप गियर चेंज कर सकते हैं। गियर का रेशियो इंजन स्पीड व आरपीएम पर डेपेंड होता है।